Protest For Water: नहर लाओ संघर्ष समिति ने गांव-गांव में चलाया जागरूकता अभियान
35 गांव के किसानों ने रैली निकालकर आंदोलन का किया आव्हान

Betul News Today -बैतूल। मुलताई विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम आष्टा में नहर लाओ संघर्ष समिति ने रैली निकालकर जागरूकता अभियान चलाया। गौरतलब है कि नहर लाओ संघर्ष समिति 35 गांव के किसानो का संगठन है। सिंचाई से वंचित होने के कारण इन किसानों द्वारा सत्ता विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। गौरतलब है कि पारस डोह जलाशय से सिंचाई का लाभ क्षेत्र के किसानों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण 35 गांवों के हजारों किसानों द्वारा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इन्हें चुनाव में सबक सिखाने की अपील की गई है।
शनिवार को नहर लाओ संघर्ष समिति के किसानों द्वारा आष्टा ग्राम की गली गली में घूमकर लोगो को आने वाले विधनसभा चुनाव में बीजेपी के पूर्व विधायक चन्द्रशेखर देशमुख, कांग्रेस के वर्तमान विधायक सुखदेव पांसे का विरोध करने की समझाईश दी। इन किसानो ने 8 तारिख को कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था। किसानों ने आने वाले जून महिने में ग्राम आष्टा में काली माता के मन्दिर के पास उपस्थित होकर विशाल आन्दोलन का आव्हान किया है। किसानों की 4 मांगो को लेकर आन्दोलन करने की तैयारिया चल रही है।
यह है किसानों की मांग
चंदोरा जलाशय की ओपन नहर को पाईप लाईन में तब्दील कर ग्राम आष्टा, बल्हेगाव, मिरापुर और रायआमला की असिंचित जमीन को सिंचित किया जाये, वर्धा जलाशय की फाइल को जल्द से जल्द स्वीकृति प्रदान कर ग्राम पट्टन नरखेड़, पाबल, इशापुर चारुड़, झिरी तिवरखेड़, वण्डली के किसानों की जमीन को सिंचित किया जाए। ग्राम सावगी पर अम्भोरा नदी पर नया डैम बनाकर ग्राम पंचायत सावंगी, खेडडीरामोशी, चिचखेडा, वण्डली, दतोरा, मासोद वाईगाव साईखेड़ा, सिरडी के किसानों की असिंचित जमीन को सिंचित किया जाए। गेहुबरसा के पास ग्राम मोरन्ड पर नया डैम बनाकर गेहुबरसा के आदिवासी क्षेत्र में किसानों की जमीन को सिंचित किया जाए।