Wrong Treatment : झोलाछाप डाक्टर के गलत इलाज से गायब हो गई मरीज की आवाज
परिजनों ने कलेक्टर से शिकायत कर कड़ी कार्यवाही की मांग की
Betul News : बैतूल। ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों की बाढ़ सी आई हुई है। हर पांच किलोमीटर की दूरी पर बिना डिग्री, डॉक्टर लाइसेंस झोलाछाप डॉक्टर तामझाम के साथ क्लीनिक संचालित कर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे कई मामले पूर्व में सामने आ चुके है। इतना ही नहीं ग्रामीणों की शिकायत पर कोई कार्रवाई न होने से अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
मंगलवार को दामजीपुरा क्षेत्र के मुस्ताक अली पिता रजाक अली, सोमा पिता छन्नू परते ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत की है। शिकायतकर्ता ने दामजीपुरा क्षेत्र के दो डाक्टरों द्वारा इलाज करने के बाद मरीज की हालत बिगड़ने के आरोप लगाए हैं। कलेक्टर को सौंपे शिकायत आवेदन में बताया कि आवेदक एक माह पूर्व डॉ सरफराज एवं डॉ तबरेश के पास अपना इलाज करने के लिये गया था। इलाज के दौरान गले में आवाज आना बंद हो गई शरीर में एलर्जी हो गयी है।
आवेदक के साथ ग्राम में रहने वाले सोमा वल्द छन्नू परते को अनावेदक द्वारा इलाज करने से उन्हें भी गले में दर्द तथा आवाज आना बंद हो गई तथा उनके शरीर में भी एलर्जी हो गई है। अनावेदक से आवेदक तथा उनके साथ वालों ने कहा कि आपकी दवाईयों से आराम नहीं लगा है, परेशानी हो रही है तो अनावेदक ने आवेदक तथा उनके साथियों को। धमकाया की तुम लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। शिकायतकर्ता का कहना है कि अनावेदक डॉक्टरों द्वारा इस तरह विगत कई वर्षों से गरीब आदिवासी को लूटा जा रहा है। इस तरह बिना किसी डिग्री एवं लायसेंस के इलाज कर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
गलत दवाइयां के सेवन से हुई एलर्जी
शिकायत में बताया कि आवेदक ने खण्डवा जाकर अपना इलाज करवाया तो वहां के डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि गलत दवाईयों का सेवन करने से आपके शरीर में विपरित प्रकार की प्रभाव पड़ा। शिकायतकर्ता मुस्ताक अली पिता रजाक अली, सोमा पिता छन्नू परते ने आरोप लगाया कि अनावेदक गलत तरीके से ग्रामीणों का इलाज करके लूट रहे है तथा अनावेदक के परिवार के सभी सदस्य इलाज करते है वह इंजेक्शन लगाते हैं। उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि दोनों डॉक्टरों की डिग्री एवं उनके क्लीनिक के लायसेंस की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।