MP NEWS : पांचवीं की बोर्ड परीक्षा थी, केंद्रों पर पहुंचा दिया आठवीं का पर्चा
There was a fifth board exam, the eighth form was delivered to the centers
Fifth Board Exam News : बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में प्रशासन कितनी सुस्ती से काम कर रहा है इसका प्रमाण पहली बार बोर्ड पैटर्न पर हो रहीं पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में देखने काे मिल रहा है। परीक्षा को आयोजित कराने में जुटे कलेक्टर के चहेते अफसरों का एक ऐसा कारनामा बुधवार को सामने आया है। पांचवी कक्षा की पढ़ाई करने वाले बच्चों से कक्षा आंठवीं के सामान्य अंग्रेजी विषय का पर्चा हल कराने की पूरी तैयारी कर ली गई थी।
जब सुस्ती के कारण हुई गलती का पता चला तो जिम्मेदार चहेते अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। दूसरे केंद्रों पर निकले सही पर्चे की फोटोकापी कराई गई और जनपद शिक्षा केंद्रों पर मौजूद प्रश्न पत्र केंद्रों तक पहुंचाए गए। इस कवायद में दावा किया जा रहा है कि आधा घंटे का वक्त लगा लेकिन आसानी से यह समझा जा सकता है कि दूर दराज के केंद्रों पर किसी भी विकासखंड मुख्यालय से पहुंचने में क्या आधा घंटे का ही वक्त लगा होगा। खैर प्रशासन अपनी सुस्ती में चल रहा है क्योंकि सामूहिक नकल कराने जैसा बड़ा प्रदेश स्तरीय दाग लगने के बाद भी किसी के चेहरे पर शिकन तक नहीं आई है। ऐसे में पांचवी की परीक्षा में आंठवीं का पर्चा देना कोई बड़ी घटना ही ऐसे प्रशासन के लिए नही है।
दरअसल जिले के 277 केंद्रों पर बुधवार को सामान्य अंग्रेजी विषय का प्रश्नपत्र की परीक्षा हुई। परीक्षा शुरू होने के पहले तय मापदंड के अनुसार केंद्राध्यक्षों के द्वारा लिफाफे खोले गए तो उसमें आठवीं कक्षा का प्रश्न पत्र पाया गया। सूचना देने के बाद तत्काल ही उन लिफाफों को सीलबंद कराया गया और उसके बाद केंद्रों पर पांचवी कक्षा के सामान्य अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र पहुंचाकर परीक्षा शुरू कराई गई। सीलबंद लिफाफों पर उपर तो पांचवी कक्षा सामान्य अंग्रेजी विषय ही लिखा हुआ था। अंदर कक्षा आठवीं के प्रश्नपत्र निकले। केंद्राध्यक्षों ने सबसे पहले ही गलती पकड़ ली जिससे परीक्षार्थियों को वितरित ही नहीं हो पाया था।
जिला परियोजना समन्वयक संजीव श्रीवास्तव दावा कर रहे हैं कि मात्र 50 केंद्रों पर ही यह चूक सामने आई थी। हमने तत्काल ही व्यवस्था बना दी थी जिससे कोई परेशानी नहीं हो पाई है। शाहपुर, मुलताई और घाेड़ाडोंगरी विकासखंड के 50 परीक्षा केंद्रों पर पांचवी कक्षा के सामान्य अंग्रेजी विषय के बजाय कक्षा आठवीं का सामान्य अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र के बंडल पहुंचा दिए गए। केंद्राध्यक्षों के द्वारा परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व प्रोटोकाल के अनुसार प्रश्नपत्र के सीलबंद लिफाफे खोले तो उसमें पांचवी नहीं आठवीं के प्रश्नपत्र पाए गए।