Health Workers Strike : एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल को कांग्रेस नेताओं ने दिया समर्थन

धरना स्थल पर पहुंचे आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम एवं जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष हेमंत वागद्रे

Today Betul News :  बैतूल। एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा लगातार अपनी विधिसम्मत मांगों को शासन के सम्मुख रखा जा रहा है, लेकिन अभी तक इसका कोई भी निष्कर्ष नहीं निकल पा रहा है। जिसको लेकर प्रदेश के 32 हजार कर्मचारियों एवं उनके परिवारों में भारी असंतोष एवं रोष व्याप्त हैं।
एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को जायज बताते हुए आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम एवं जिला कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण अध्यक्ष हेमंत वागद्रे ने बुधवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के धरना स्थल पर पहुंचकर उनके आंदोलन को समर्थन दिया।धरना स्थल पर पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 2018 से 2022 तक कई बार ज्ञापन विरोध प्रदर्शन एवं हड़ताल की। शासन ने 1 माह मे न्यायोचित मांगो का निराकरण करने का आश्वासन दिया लेकिन आज दिनांक तक इसपर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। 90 प्रतिशत नीति की फाईल वित्त विभाग मे स्वीकृति के लिए लंबित है जिसपर कोई संज्ञान नही लिया गया।
प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने संविदा कर्मचारियों के लिए 5 जून 2018 की नीति प्रदेश के सभी विभागो मे सामान्य प्रशासन विभाग के नोटिफिकेशन क्रमांक / सी-5/2018/1/3 दि. जून 2018 द्वारा लागू की गई है तो इसका लाभ प्रदेश के 32 हजार एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियो एवं उनके परिवारो को क्यों नहीं मिल पा रहा, यह प्रशासन की संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है, इसको लेकर प्रदेश के 32 हजार परिवारो जिनकी जनसंख्या लगभग 1 लाख 50 हजार के आस पास है के सामने जीवन मरण का प्रश्न उपस्थित हो गया है।

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की यह है प्रमुख मांगे –

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी एवं कर्मचारियों को नियमित किया जाए। जब तक नियमितिकरण नहीं हो पाता है तब तक 5 जून 2018 की म.प्र. शासन, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नीति तत्काल प्रभाव से लागू की जाए एवं सीएचओ को एमएलएचपी कैडर के तहत नियमित किया जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउट सोर्स प्रथा में किए गए सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए अथवा विभाग में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए एवं निष्कासित कर्मचारियों को शत प्रतिशत वापस लिया जाए।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा 15 दिसंबर 2022 से 3 जनवरी 2023 तक की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान जिन संविदा कर्मचारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज किए वापस लिए जाए। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बताया कि सभी 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के परिवारों की समस्या को शासन के द्वारा बार बार पत्राचार एवं मीटिंग के उपरांत भी कोई निर्णय नहीं होने के कारण मजबूरी में हड़ताल करना पड़ रहा है। इस दौरान आम जनता को होने वाली परेशानी के लिए समस्त जबाबदारी प्रशासन की रहेगी।

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