Wonderful folk dance performance: महाकुंभ में पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ बैतूल के कलाकारों ने दी ठाठिया लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुति
मध्यप्रदेश मंडप में 28 से 30 जनवरी तक इस दल ने जनजातीय संस्कृति का किया प्रदर्शन
बैतूल। देश का दिल कहलाने वाले मध्यप्रदेश के पारंपरिक ठाठिया लोकनृत्य ने प्रयागराज महाकुंभ में शानदार प्रस्तुति देकर मध्यप्रदेश सहित बैतूल जिले का नाम पूरे देश में रोशन किया। नृत्य के माध्यम से कलाकारों ने करोड़ों श्रद्धालुओं के बीच अपनी छाप छोड़ी। सेक्टर-7 में अधिस्थापित ‘मध्यप्रदेश मंडप’ में 28 जनवरी से 30 जनवरी तक इस दल ने अपने नृत्य के माध्यम से जनजातीय संस्कृति का भव्य प्रदर्शन किया, जिसे देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।
गोंड ठाठिया समाज की सांस्कृतिक धरोहर को बचाने के उद्देश्य से बैतूल के कलाकारों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ ठाठिया लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। यह नृत्य दल देश के विभिन्न राज्यों में अपनी कला का प्रदर्शन कर अपनी संस्कृति को जीवंत बनाए रखने का प्रयास कर रहा है। महाकुंभ में ठाठिया नृत्य को देखकर लाखों श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ तालियां बजाई और झूमकर कलाकारों का हौसला बढ़ाया। वर्तमान समय में जहां नई पीढ़ी आधुनिकता की ओर बढ़ रही है और अपनी संस्कृति को भूलती जा रही है, वहीं ठाठिया लोकनृत्य दल लगातार गांव-गांव जाकर अपनी परंपरा को जीवंत रखने का प्रयास कर रहा है। कलाकारों का कहना है कि उनकी यही कोशिश है कि अपनी बोली, भाषा और परंपरा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाया जाए, ताकि यह अनमोल धरोहर हमेशा जीवित रह सके।
– मध्यप्रदेश मंडप में बैतूल की प्रस्तुति बनी आकर्षण का केंद्र
महाकुंभ के मध्यप्रदेश मंडप में बैतूल की इस टीम की प्रस्तुति को विशेष सराहना मिली। पारंपरिक ठाठिया वेशभूषा, मनमोहक नृत्य और सांस्कृतिक झलक ने श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित किया। बैतूल की इस टीम का नेतृत्व अविनाश धुर्वे कर रहे थे, जिनके साथ महादेव बारस्कर बेठे, अंकित कुमरे, अर्जुन बाघमारे और करण चढ़ोकर भी अपनी शानदार प्रस्तुति देने पहुंचे थे।