कन्याओं को दान में दिया घटिया सामान, परीक्षण के नाम पर लीपापोती

जिला पंचायत अध्यक्ष भी सामग्री देखकर उत्साहित नजर नही आए।

बैतूल। जिले की घोडाडोंगरी जनपद पंचायत द्वारा सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कन्याओं को घटिया सामग्री प्रदान कर दी है। जनपद और नगर परिषद के जनप्रतिनिधियों ने मंच से ही सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाए और जनपद के अफसरों को कटघरे में लाकर खड़ा किया है। गुरुवार को विकासखंड घोड़ाडोंगरी के ग्राम जुवाड़ी में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 377 वर-वधू विवाह बंधन में बंधे, जिनमें 316 आदिवासी वर्ग से थे। समारोह में गायत्री परिवार द्वारा एवं जनजातीय रीति-रिवाजों से वैवाहिक रस्में संपन्न कराई गईं।
इस पूरे आयोजन को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओ और जनप्रतिनिधियों के बीच खींचतान नजर आई। एसडीएम, तहसीलदार समेत अन्य जिम्मेदार भी कमियों को लेकर चुप्पी साधे बैठे नजर आए।

दूल्हे खुद करते रहे टोपी का इंतजाम:

सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अव्यवस्थाओं का आलम था। कार्यक्रम में दूल्हे को कोई सामान नही दिया गया। टोपी की व्यवस्था भी खुद ही करते नजर आए। वरमाला के दौरान माला भी आयोजक मुहैया नही करा पाए। इससे कई जोड़े ऐसे रहे जो एक दूसरे को वरमाला तक नही पहना सके। तेज धूप में दूल्हा दुल्हन भोजन करने के लिए विवश हुए।

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नगर परिषद उपाध्यक्ष ने दहेज सामग्री की गुणवत्ता पर उठाए सवाल:
उपाध्यक्ष ने उठाए सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल नगर परिषद उपाध्यक्ष सोनू खनूजा ने विवाह में जोड़ों को दी जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए प्रशासन को आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि को सामग्री दी गई है वह कंपनी की नही बल्कि दिल्ली मेड है। आईएसआई मार्क दिखाकर घटिया सामान प्रदाय कर दी गई है। प्लास्टिक की कुर्सी, डायनिंग समेत पलंग की गुणवत्ता बेहद खराब है। लोगों का आरोप है कि जिला पंचायत के जिन अफसरों ने रातों रात सामग्री की गुणवत्ता का परीक्षण किया था उनकी भूमिका की जांच होना चाहिए। उन्होंने कैसे सामग्री पर चस्पा आईएसआई मार्का को क्लीन चिट दे दी।

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