Blind Case: पलंग पेटी में कौन जला, हड्डी और राख से सुराग की तलाश

बैतूल।
घर में रखी पलंग पेटी में उठता धुंआ और जलने की दुर्गंध से जब पड़ोसी भीतर पहुंचे तो खौफनाक नजारा सामने था। पलंग पेटी में हड्डी और राख किसी शरीर के जलने की कहानी बयां कर रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचती है और हड्डियों के साथ राख को बटोरकर एफएसएल की मदद से खोजबीन शुरू करती है। पेचीदा मामला होने के कारण डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल भेजे गए हैं। जिनकी जांच में पता चलेगा कि आखिर पलंग पेटी में राख हुई लाश किसकी है। अपनी तरह का अनूठा मामला मुलताई थाना क्षेत्र के ग्राम हिवरखेड़ का है।
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मासोद पुलिस चौकी प्रभारी उप निरीक्षक बसंत अहाके ने बताया कि सोमवार सुबह हिवरखेड़ के ग्रामीणों ने रामराव महाजन की कॉलोनी में स्थित बलराम गायकी के मकान में आग का धुआं उठते देखा। इस पर पानी जुटाकर आग बुझाने का प्रयास किया। साथ ही ग्राम के पहुंच मार्ग पर स्थित सावंगी जोड़ पर रहने वाले रमेश गायकी को इस बात की जानकारी दी गई। रमेश गायकी पुत्र के मकान पर पहुंचा, जब तक ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था। आग पर काबू पाने के बाद ग्रामीणों ने घर के अंदर जाकर देखा तो घर के कमरे में रखी पलंग पेटी में जला हुआ शव नजर आया। रमेश गायकी के तीन पुत्र है। एक पुत्र गुजरात में काम करता है। जिसके पास उसकी मां देवकूबाई भी रहती है। जबकि बलराम कॉलोनी में बने मकान में अकेला रहता था। बलराम भी गुजरात में काम करता था और तीन माह पूर्व ही ग्राम हिवरखेड़ वापस आया था। पिता रमेश को यह बता पाने की स्थिति में नहीं है कि यह लाश आखिर किसकी है।
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पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि लाश किसकी है और किसने पेटी में डालने के बाद जलाया कैसे होगा। पुलिस अधीक्षक ने भी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और एफएसएल की टीम से जुटाए गए साक्ष्य की जानकारी ली है। पुलिस ने मौके से बरामद हड्डियों और राख को फॉरेंसिक जांच के लिए भोपाल स्थित हमीदिया अस्पताल भेजा है। जांच की रिपोर्ट आने पर ही स्पष्ट होगा कि लाश आखिर किसकी है।
