great results of training: गणेश चतुर्थी पर जरूरतमंद बहनों ने गाय के गोबर से बनाई उपयोगी वस्तुएं
पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई समिति के प्रशिक्षण का शानदार परिणाम
पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई त्रिशताब्दी समारोह समिति एवं सृजन भारती का प्रयास
बैतूल। गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई त्रिशताब्दी समारोह समिति और सृजन भारती समिति के संयुक्त प्रयास से स्वावलंबन की मिसाल पेश की गई। गाय के गोबर से उपयोगी वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण लेने वाली बहनों ने स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कार्य शुरू किया। कार्यक्रम में गौ संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण को नई दिशा देने का संकल्प लिया गया।
उल्लेखनीय है देवी अहिल्याबाई त्रिशताब्दी वर्ष समारोह समिति द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई थी । कार्यशाला विगत दिनों 3 जनवरी से 5 जनवरी 2025 तीन दिवसीय गौ उत्पाद से दैनिक जीवन में उपयोगी वस्तुओं के निर्माण के लिए जरूरतमंद बहनों ने प्रशिक्षण लिया था। उस कार्यशाला में प्रशिक्षित बहनों द्वारा गाय के गोबर का पाउडर तैयार किया गया और पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई समिति के तत्वाधान में गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर वस्तुओं के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्वानंद गौ संस्थान सौंसर के संरक्षण एवं पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई समारोह समिति के स्वावलंबन प्रमुख उत्तम गायकवाड, समिति सचिव वंदना कुंभारे, सह सचिव विजय हारोडे के मार्गदर्शन में एवं गायत्री परिवार से सेवाराम हारोड़े की अध्यक्षता में किया गया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य गांवसंवर्धन, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर गौ सेवा संस्थान के संरक्षक उत्तम गायकवाड ने बताया कि यह कार्यशाला पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समिति सचिव वंदना ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। समिति सह सचिव विजय हारोड़े ने इस प्रयास को भविष्य में और अधिक विस्तारित कर जरूरतमंद महिलाओं को लाभान्वित करने की बात कही। इस अवसर पर पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई समारोह समिति महिला कार्य आयाम प्रमुख नीतू चढोकार, सह प्रमुख प्रमिला सिमैया, कल्पना तरुड़कर, समिति सदस्य हरीश गडेकर, राहुल वडूकले मृदुल मालवी, सोनू बोरवन, रोशन मगरदे समिति सदस्य सुशीला बोडखे, चंद्रकला साहू प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।