महार समाज ने शिक्षा, चिकित्सा और कृषि में उत्कृष्ट उपलब्धियों का किया सम्मान
डॉ. अंबेडकर और तथागत बुद्ध के विचारों पर हुआ संवाद, युवाओं से सामाजिक दायित्व निभाने की अपील
रोचक प्रतियोगिताओं और स्नेह भोज के साथ संपन्न हुआ नववर्ष मिलन कार्यक्रम
वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों से प्रेरणा लेकर युवाओं को समाज के प्रति सजग होने का दिया संदेश
बैतूल। महार समाज संगठन के तत्वावधान में पारिवारिक मिलन और नववर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ तथागत गौतम बुद्ध और विश्वरत्न डॉ. अंबेडकर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर और बुद्ध वंदना से हुआ। स्वागत गीत रेखा कापसे ने प्रस्तुत किया, जबकि स्वागत उद्बोधन एम. के. उबनारे द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों का गरिमामय अभिनंदन किया गया। वरिष्ठजन आयुष्मान हिवराज भूमरकर, के. डी. नागले, उत्तमराव आठनेरे, बाबूराव चौकीकर, प्रो. पी. आर. मानकर, रमेश निरापुरे, बसंत अतुलकर, आनंद बामने, यू. डी. निरापुरे, बाबूराव पाटील और बिहारीलाल जोंजारे ने अपने जीवन अनुभव साझा किए। उन्होंने युवाओं को सामाजिक दायित्व के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा दी। इस गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन नर्मदापुरम संभाग के इटारसी रेलवे इंस्टीट्यूट, बारह बंगला में किया गया।
संगठन के जिला अध्यक्ष के. आर. भूमरकर ने वरिष्ठ नागरिकों को समाज की धरोहर बताते हुए उनके अनुभवों से मार्गदर्शन लेने का संदेश दिया। इस अवसर पर साहित्य, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि और सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली प्रतिभाओं रेखा कापसे, डॉ. चित्रा उबनारे, ऋषभ निरापुरे, युक्ता नागले, अभिलाष अतुलकर, संगीता उबनारे और कविता चौरासे को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा, सृष्टि हुरमाड़े, कार्तिक आठनेरे, रिद्धि जावलकर और दर्शिका बामने को भी पुरस्कृत किया गया।
भीम गायक मधुकर पाटील और समाजसेवी यशवंतराव नागले ने वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में कविताएं प्रस्तुत कीं। उपाध्यक्ष विजय गुजरे और शंकर राव चौरासे ने वरिष्ठजनों के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उनके स्वस्थ और दीर्घायु होने की कामना की। कार्यक्रम में रोचक प्रतियोगिताओं और स्वरुचि भोजन का आयोजन भी हुआ। मंच संचालन मधु हुरमाड़े ने किया और आभार हेमंत गुजरे ने व्यक्त किया। मीडिया प्रभारी खुशाल पाटिल ने बताया कि इस गरिमामय आयोजन में वरिष्ठ नागरिक सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। कार्यक्रम में महिलाओं और बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया और वरिष्ठजनों से आशीर्वाद प्राप्त किया।