Kapildhara koop

भीमपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत धामन्या में सामने आया मामला

बैतूल। किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार द्वारा कपिलधारा कूप जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित करते हुए करोड़ों रुपए पानी की तरह सिर्फ इसलिए बहाया जा रहा है कि कपिलधारा कूप के माध्यम से किसान अच्छे से अच्छी फसलें ले सकें। लेकिन जिले के ग्रामीण अंचलों में कपिलधारा कूप योजना को भ्रष्टाचार करने का किस कदर माध्यम बनाकर रखा गया है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण जिले के भीमपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत धामन्या में सामने आया है। इस मामले में जांच के उपरांत कपिलधारा कूप में भ्रष्टाचार होना प्रमाणित भी हो गया है।
कागजों में कूप पूर्ण बताकर निकाली राशि:
जनपद पंचायत भीमपुर की ग्राम पंचायत धामन्या के ग्राम आमढाना निवासी मंशा पिता माखन नवड़े ने जनसुनवाई में शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत सचिव रमेश येवले फर्जी तरीके से कागजों पर कूप का निर्माण बताकर पूरी राशि निकाल ली है। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिश्रा ने भीमपुर जनपद सीईओ से जांच करवाई तो जांच में सामने आया है कि शिकायत सही है। पंचायत सचिव रमेश येवले ने इस मामले में भ्रष्टाचार किया है। जांच में बताया कि कपिलधारा कूप निर्माण योजना के हितग्राही मंसाराम का प्रकरण वर्ष 2018-19 में स्वीकृत हुआ थी जिसकी लागत 2 लाख रुपए थी। इसकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत थी। ग्राम पंचायत द्वारा मौके पर कार्य पूर्ण किए बिना ही पोर्टल पर पूर्णत: हेतु जीओ टेक कर पूर्ण दर्शाया गया है। जांच टीम ने मौके पर देखा कि कार्य मौके पर हुआ नहीं है। इसलिए संपूर्ण राशि वसूली योग्य है। जांच टीम ने पंचायत सचिव रमेश येवले से संपूर्ण राशि वसूली और इनके खिलाफ कार्यवाही करने की अनुशंसा की है।
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15 दिन में ही धंसक गया कूप
इसी तरह से एक और मामला भी इसी ग्राम पंचायत का सामने आया है जिसमें हितग्राही शंकर पिता मोती का कपिलधारा कूप वर्ष 2017-18 में स्वीकृत किया गया था। स्वीकृत राशि 2 लाख रुपए थी। ग्राम पंचायत ने मटेरियल मेसर्स दीपक यादव ट्रेडर्स से खरीदा था। स्थल निरीक्षण में पाया गया कि कूप के निर्माण स्थल का चयन सही तरीके से नहीं किया गया। हितग्राही ने बताया कि ढाई क्विंटल लोहा एवं 39 बोरी सीमेंट, 2 ट्राली रेत एवं 2 ट्राली गिट्टी उपलब्ध कराई गई थी। डीपीआर के अनुसार उक्त कार्य में जितनी सामग्री का प्रयोग किया जाना था उतनी सामग्री का प्रयोग नहीं किया गया। निर्माण कार्य की गुणवत्ता सही नहीं होने और गलत जगह चयनित करने के कारण कपिलधारा कूप 15 दिन में ही धंसक गया। जिसके लिए निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत धामन्या जिम्मेदार है।
वसूली के साथ ही होगी कार्यवाही:
ग्राम पंचायत धामन्या में कपिलधारा में किए गए भ्रष्टाचार के मामले में जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिश्रा ने बताया कि 2 अलग-अलग शिकायतें प्राप्त हुई थीं। दोनों की जांच करवाई गईं जिसमें एक मामले में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया जिससे कूप धंसक गया। इसके अलावा दूसरे मामले में बिना कूप निर्माण किए ही राशि आहरित कर ली गई है जो कि वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आती है। मामले में वसूली के नोटिस जारी हो गए हैं। इसके अलावा संबंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जाएगी।

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