Betul : फसल कटने से पहले ही सहकारी समिति ने जारी किए ऋण वसूली के फरमान
Even before the harvest, the co-operative society issued orders for loan recovery
लगाए आरोप- भाजपा शासन में गरीब, बेरोजगार, किसान, नौजवान सभी वर्ग परेशान
बैतूल। भाजपा सबका साथ लेकर अपना विकास करने वाली पार्टी है। इसके शासन काल में गरीब, बेरोजगार, किसान, नौजवान सभी वर्ग के लोग परेशान हैं। किसानों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। फसल कटी नहीं उसके पहले बैंकों द्वारा किसानों से कर्जा वसूली के फरमान जारी किए जा रहे हैं। यह सरकार किसानों को अपनी हितैषी बताती है, जो सरेआम झूठा साबित दिख रहा है।
शाहपुर आदिवासी कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कमलेश मर्सकोले ने सोमवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह आरोप लगाए। गौरतलब है कि सहकारी समिति भौरा ने 28 मार्च तक किसानों से ऋण वसूली के फरमान जारी कर दिए है। समिति ने किसानों को जारी फरमान में कहा है कि सभी किसान 28 मार्च तक अपना ऋण जमा करें नहीं तो इसके बाद समिति द्वारा ब्याज लिया जाएगा। इस मामले में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कमलेश मर्सकोले का कहना है कि फसल कटी नहीं उससे पहले कर्जा वसूली गलत है। किसान हितैषी बताने वाली भाजपा सरकार के राज में किसान परेशान है। फसल अभी निकली नहीं है, समर्थन मूल्य में खरीदी चालू नहीं हुई है, ऐसी स्थिति में किसान कर्जा कहां से जमा कर पाएगा।
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जब किसान के पास अनाज नहीं रहता उच्चतम दाम पर होती है खरीदी
मर्सकोले ने आरोप लगाया कि जब किसानों के पास अनाज नहीं रहता तब ऊंचे दाम पर खरीदा जाता है, और किसानों के पास अनाज आता है तब औने पौने दाम कर दिए जाते हैं और सरकार किसानों के पक्ष में कोई बात नहीं करती। कुछ समय पहले गेहूं के रेट 3200 प्रति क्विंटल थे और अब 2000 से 2150 रुपए क्विंटल ही है, किस प्रकार सरकार किसानों को बेवकूफ बनाने का काम कर रही है। एक तरफ सरकार कर्जा माफी ब्याज माफी की बात करती है, लेकिन किसानों का ना कर्ज माफ हो रहा है ना ब्याज, कब तक सरकार किसानों को अंधेरे में रखेगी।