आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में अवसरों की कमी नहीं: डॉ.महेश मेहता
दीक्षारंभ समारोह के दूसरे दिन नवप्रवेशितों को मिली आधुनिक तकनीक और रोजगार योजनाओं की जानकारी
जेएच कॉलेज में विद्यार्थियों को बताया गया कैसे बने स्वावलंबी और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली
बैतूल। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस जयवंती हॉक्सर शासकीय महाविद्यालय में चल रहे दीक्षारंभ समारोह के दूसरे दिन नवप्रवेशित विद्यार्थियों को आधुनिक सूचना तकनीक, छात्रवृत्ति योजनाएं और रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम का आयोजन प्रभारी प्राचार्य एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. अनीता सोनी के मार्गदर्शन तथा महाविद्यालय के भूतपूर्व प्राध्यापक डॉ. महेश मेहता के मुख्य आतिथ्य में किया गया। डॉ. अनीता सोनी ने विद्यार्थियों को महाविद्यालय की अब तक की विकास यात्रा और उपलब्धियों की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि डॉ. महेश मेहता ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए कहा कि आधुनिक सूचना तकनीक के साथ चलने से ही वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने विद्यार्थियों को तकनीक को अपनाकर उपलब्धियों की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा दी। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. धर्मेन्द्र कुमार ने विद्यार्थियों से महाविद्यालय की शैक्षणिक, सांस्कृतिक व सामाजिक गतिविधियों में प्रफुल्लित मन से सहभागिता करने का आह्वान किया।
समारोह के प्रथम सत्र में डॉ. सुभाष खातरकर ने विद्यार्थियों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को बहु-विषयक शिक्षा, कौशल विकास और वैकल्पिक पाठ्यक्रमों की जानकारी दी गई। छात्रवृत्ति योजनाओं पर विस्तार से जानकारी देते हुए डॉ. राजेश शेषकर एवं डॉ. मनोहर गावंडे ने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय छात्रवृत्तियों की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में बताया।
डॉ. सोनाली साहू ने मुख्यमंत्री सीखो और कमाओ योजना, एनआईसीई 25 तथा एसडब्ल्यूएवायएएम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर पंजीयन की प्रक्रिया और उनके माध्यम से मिलने वाले प्रशिक्षण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं से विद्यार्थी कौशल अर्जन कर सकते हैं और साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त कर सकते हैं। डॉ. शैली जैन ने महाविद्यालय की पुस्तकालय सुविधा तथा ओएनओएस प्लेटफॉर्म के उपयोग की प्रक्रिया को सरल शब्दों में समझाया। महाविद्यालय के छात्रावास अधीक्षक एल.पी. साहू ने छात्रावास की सुविधाएं, अनुशासन और निवास प्रक्रिया की जानकारी दी, जिससे दूरस्थ क्षेत्र से आने वाले विद्यार्थियों को विशेष लाभ होगा। कार्यक्रम का संचालन प्रो. शंकर सातनकर ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. शीतल खरे द्वारा व्यक्त किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सुखदेव डोंगरे, डॉ. बी. डी. नागले, प्रो. ओ. पी. खत्री सहित महाविद्यालय के समस्त अधिकारी, प्राध्यापकगण और कर्मचारीगण मौजूद रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।