H3N2 Influenza Virus: भोपाल में मिला प्रदेश का पहला मरीज, अलर्ट जारी
H3N2 Influenza virus: State's first patient found in Bhopal, alert issued
H3N2 Influenza Virus: MP News: देश में एच 3 एन2 वायरस से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इस वायरस की मध्यप्रदेश में भी दस्तक हो गई है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को जांच में H3N2 Influenza Virus का संक्रमण पाए जाने की पुष्टि हुई है। हालांकि मरीज स्वस्थ है और घर पर है। उसे अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं हुई है।
जानकारी के अनुसार भोपाल में बैरागढ़ का 26 वर्षीय युवक एच 3एन 2 से संक्रमित मिला है। प्रदेश में इस वायरस का यह पहला मामला है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कि पीड़ित युवक को सर्दी, खांसी के साथ बुखार है। वह इलाज के लिए भोपाल के आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) भोपाल आया था। यहां की गई जांच में वह एच 3 एन 2 इन्फ्लुएंजा से संक्रमित पाया गया है। सीएमएचओ डा. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि एम्स के लैब में एक युवक को संक्रमित पाया गया है।
एच 3 एन 2 वायरस भी एच 1एन 1 (स्वाइन फ्लू) के प्रकारों में से एक है और इसके लक्षण भी एक जैसे ही हैं। रिपोर्ट आने के बाद युवक स्वयं होम आइसोलेट हो गया। अपर संचालक स्वास्थ्य डा वंदना खरे ने बताया कि प्रदेश में एच 3 एन 2 इंफ्लूएजा का पहला पहला संक्रमित मिला है। प्रदेश में पहले ही सभी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी कर दी है।लोगों को पुराने कोविड जैसे ही प्रोटोकाल का ही पालन करना है।
H3N2 Influenza Virus क्या है ?
यह एक इन्फ्लूएंजा वायरस है जो सांस के नली में संक्रमण पैदा करता है। यह वायरस पक्षियों और जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है। पक्षियों और दूसरे जानवरों में इसके कई स्ट्रेन्स पैदा हो चुके हैं। H3N2 वायरस इन्फेलूएंजा-ए वायरस का सबटाइप है। WHO और अमेरिका के CDC के मुताबिक, यह मनुष्यों में इन्फ्लूएंजा का अहम कारण है।
H3N2 Influenza Virus के लक्षण क्या हैं ?
-बुखार से लेकर गंभीर निमोनिया
-एक्यूट रेस्पीरेटरी डिसट्रेस सिंड्रोम
-नाक बहना, तेज बुखार
-चेस्ट में कफ
-गले में खराश और थकावट
कैसे करें बचाव ?
-मास्क लगाएं और भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं।
-हाथ मिलाने से बचे।
-आसपास या नजदीक बैठकर खाना न खाएं।
-बार-बार अपनी आंखों और नाक को छूने से बचें।
-बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह लें।