Nsui : एनएसयूआई ने निकाली विकास की शव यात्रा

जेएच कॉलेज के सामने किया प्रदर्शन, प्रतीकात्मक शव का किया दाह संस्कार


बैतूल। एनएसयूआई ने सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे के निर्देश पर भाजपा की विकास यात्रा के विरोध में विकास की शव यात्रा निकाली। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने जेएच कॉलेज के सामने प्रदर्शन, नारेबाजी करते हुए प्रतीकात्मक शव का दाह संस्कार किया।
विकास शव यात्रा के दौरान एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष जैद खान ने कहा कि भाजपा सरकार को विकास नहीं विनाश यात्रा निकालनी चाहिए क्योंकि पिछले 18 वर्ष में भाजपा सरकार ने प्रदेश में हर वर्ग के विकास का विनाश ही किया है। यह विकास यात्रा नहीं अंतिम यात्रा है। भाजपा सिर्फ उनके नेताओं का विकास कर रही है, जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं दिख रहा है। यह कहां का विकास है। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई लगातार मांग करते आ रही है कि छात्रहित देखा जाए लेकिन यह सरकार छात्र हितेशी नहीं है। भाजपा अगर ऐसा ही करती रही तो हम इसी तरह विरोध करते रहेंगे। विरोध प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस जिला महामंत्री ऋषि दीक्षित, नितिन विश्वास, निलेश धुर्वे, रामकुमार नागवंशी, नावेद खान, चिंटू ठाकुर, अंकित ताम्रकार, यस साहू, कोमल गावंडे अनुज शुक्ला प्रशांत गोहे, निखिल बारस्कर, पंकज नागवंशी, विक्रांत घोरसे, किरण धुर्वे, रानी, काजल, रूपाली, निशा यादव, अर्जुन भोसरे, दीना, दीपांशु चंदेलकर सहित बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे।

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छात्रवृत्ति का उठाया मुद्दा 

 

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कहा कि सबसे अधिक परेशान प्रदेश के छात्र एवं युवा है। छात्रों की प्रतिवर्ष आने वाली पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्य एवं अन्य छात्रवृत्ति योजनाओ के माध्यम से मध्यम वर्गीय परिवार के छात्रों को आने वाली छात्रवृत्ति कई कई वर्षो तक लंबित रह रही है जिससे प्रदेश में तकनीकी एवं उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे मध्यम वर्गीय छात्रों के परिवार पर शिक्षा के व्यय का अतिरिक्त भार बढ़ रहा है, हजारों लाखों पद विभागो में रिक्त होने के बावजूद भी प्रदेश की शिवराज सरकार बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने में असमर्थ है। एनएसयूआई का आरोप है कि शिक्षा व्यवस्था की बात करे तो चाहें वो तकनीकी शिक्षा हो उच्च शिक्षा हो स्कूली शिक्षा हो या चिकित्सा शिक्षा हर जगह अनियमताए देखने को मिलती है। प्रदेश के महाविद्यालयों में पर्याप्त संसाधन, शिक्षक एवं अन्य स्टाफ नही है। वहीं नई शिक्षा नीति एवं हिन्दी मे मेडीकल एवं पैरामेडिकल शिक्षा के नाम पर भाजपा सरकार प्रदेश की आम जनता को गुमराह कर रही है। प्रदेश में नई शिक्षा नीति के नाम पर शिक्षा का निजीकरण किया जा रहा है। भाजपा सरकार के इस चतुर मुखी विनाश के बाद भाजपा को विकास नहीं विनाश यात्रा निकलनी चाहिए और इसी भाजपा विकास यात्रा के विरोध में एनएसयूआई ने विकास की शवयात्रा निकाली है।

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