जल जीवन मिशन: घर-घर पहुंचा पानी, अब कोई गांव में बेटी ब्याहने से नहीं करेगा इंकार

मीलों दूर से सिर पर पानी लाने के लिए मजबूर होती थीं गांव की महिलाएं

Good News Betul Today : बैतूल। जिला मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूरी छोटी परंतु साफ-सुथरी बसाहट भीमपुर विकासखंड का रतनपुर गांव। जंगलों के बीच बसे इस गांव में अंदर की जमीन पथरीली होने के कारण हमेशा पेयजल की परेशानी रही। महिलाओं को बसाहट से दूर स्थित कुएं से पीने का पानी लाना पड़ता था। गहरे कुएं से रस्सी से पानी खींचना दुश्वर कार्य, फिर सिर पर बर्तन ढोना।

जल जीवन मिशन अंतर्गत तैयार नल-जल योजना ने यहां रहवासियों की तकदीर बदली। यहां 9400 मीटर लंबी पाइन लाइन से 356 नल कनेक्शन दिए जाकर घर-घर जल पहुंचाया जा रहा है। गांव की निवासी ममता बामने बताती हैं कि पहले दूर से कुएं से सिर पर पानी भर कर लाती थी। कई बार पांव भी फिसल जाने थे, जिससे चोट भी लगती थी। रस्सी से पानी खींचने से कभी-कभी तो हाथों में छाले भी आ जाते थे। गांव के एकमात्र हैंडपंप पर भीड़ रहती थी और उसका पानी भी खत्म हो जाता था।

गांव में कोई नहीं ब्याहता था बेटी:

गांव में पेयजल की समस्या को देखते हुए लोग अपनी बेटियों का ब्याह करने तैयार नहीं होते थे। ममता बताती हैं कि इनकी शादी के समय भी यह बात सामने आई थी कि बेटी को सिर पर पानी ढोना पड़ेगा। गांव में नल-जल योजना प्रारंभ होने से हर घर में पानी पहुंच रहा है और सभी को सुकून है। वे उम्मीद रखती हैं कि अब कोई व्यक्ति इस गांव में अपनी बेटी ब्याहने से नहीं झिझकेगा।

गांव के श्यामलाल उइके गांव में नल जल योजना प्रारंभ होने से खुश हैं। वे बताते हैं कि कभी रात में पानी खत्म हो जाता था तो कुएं से खींच कर लाना बहुत मुश्किल होता था। अब उनके घर ही पर्याप्त पानी आ रहा है। गांव की महिलाओं को पानी सिर पर लाने की परेशानी समाप्त हुई है। अब उनके घर कोई मेहमान आ जाते हैं तो बिल्कुल दिक्कत नहीं होती। रतनपुर में 109.09 लाख रुपये की लागत से तैयार नल जल योजना से पानी मिलने की खुशी से लबरेज़ ग्रामीण इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हैं।

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