Demand to stop NOC: गिरीराज शुगर मिल को कब्रिस्तान भूमि के हैंडपंप से पानी देने का विरोध, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
ग्रामीण बोले- कब्रिस्तान के पानी से मिल को पानी देना गलत, हम पानी की कमी झेल रहे
Demand to stop NOC: बैतूल। ग्राम साईखेड़ा के ग्रामीणों ने गिरीराज शुगर मिल को शासकीय कब्रिस्तान भूमि स्थित हैंडपंप/ट्यूबवेल से पानी देने के खिलाफ आपत्ति जताई है। जनपद सदस्य लोकेश साहू के नेतृत्व में ग्रामीणों और ग्राम के सरपंच, उप सरपंच और सचिव ने जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि शुगर मिल को पानी देने से ग्रामीणों को गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ेगा।।ज्ञापन के दौरान सरपंच, सचिव और उपसरपंच के साथ ग्रामीण शैलेंद्र सोनी, हनुमंत गावंडे, अजय चौकटे, भरत सोनी समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि गिरीराज शुगर मिल द्वारा 2500 टीसीडी क्षमता की शुगर मिल स्थापित की जा रही है। इस कार्य के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध न होने की स्थिति में मिल ने ग्राम साईखेड़ा की कृषि भूमि से जल पूर्ति करने का प्रयास किया है। अब वर्तमान में शासकीय कब्रिस्तान भूमि पर स्थित हैंडपंप/ट्यूबवेल से पानी लेने की मांग की जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले से ही पानी की भारी किल्लत है। नवीन पेयजल टंकी के पास स्थित ट्यूबवेल बोर में पानी का स्तर गिर चुका है। ऐसे में कब्रिस्तान भूमि के हैंडपंप से पानी निकालकर शुगर मिल को देने से ग्रामीणों को पीने के पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अनुविभागीय अधिकारी द्वारा गिरीराज शुगर मिल को एनओसी जारी की गई तो गांव में जल संकट और अधिक गहरा जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि शुगर मिल को पानी देने की अनुमति तत्काल रद्द की जाए और शासकीय भूमि के जल स्रोतों का उपयोग केवल ग्रामीणों की जरूरतों के लिए किया जाए। ज्ञापन सौंपते समय ग्रामीणों ने प्रशासन को स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
सरपंच बोले- शुगर मिल को पानी मिला तो दूंगा इस्तीफा, गांव का पानी गांव में ही रहना चाहिए
ग्राम साईखेड़ा के सरपंच हेमराज बबलू गावंडे ने चेतावनी दी है कि यदि एसडीएम द्वारा गिरीराज शुगर मिल को पानी देने की अनुमति दी गई तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। सरपंच ने स्पष्ट कहा कि गांव का पानी केवल गांव की जनता को मिलना चाहिए। उन्होंने बताया कि बाजार चौक स्थित बोर का जलस्तर पहले ही गिर चुका है, इसके बावजूद गांव के हैंडपंप में नियम विरुद्ध तरीके से मोटर डालकर शुगर मिल के लिए पानी पाइपलाइन के माध्यम से ले जाया जा रहा है। यह हैंडपंप पीएचई विभाग द्वारा ग्रामीणों की सुविधा के लिए लगाया गया था, लेकिन अब शुगर मिल ने इसे क्षतिग्रस्त कर अपनी मोटर और पाइपलाइन बिछा दी है। सरपंच ने कहा कि एसडीएम ने स्वयं इस स्थिति का निरीक्षण किया है और ग्रामीणों की मांग है कि शुगर मिल को किसी भी हाल में पानी नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा कि यदि प्रशासन गांव के हित के खिलाफ कोई निर्णय लेता है तो वह ग्रामीणों के साथ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।