Big Action : बैतूल कलेक्टर ने दो खाद गोदामों को सील कराया, स्वयं निरीक्षण कर पकड़ी गड़बड़ी
Big Action : बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में यूरिया खाद की किल्लत चरम पर पहुंचने के बाद आखिर कलेक्टर को स्वयं ही खाद दुकानों और गोदामों का निरीक्षण करने के लिए जाना पड़ गया। कलेक्टर ने साेमवार को जब बडोरा अौर भड़ूस में खाद दुकानों का निरीक्षण किया तो स्टाक और पीओएस मशीन के आंकड़ों में भारी हेरफेर मिला। इस पर उन्होंने दोनों गोदामों को सील कराते हुए जांच करने के निर्देश दिए हैं।
किसानों की परेशानी को देखते हुए सोमवार को केंद्रीय राज्यमंत्री, विधायकों ने कलेक्टर एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर खाद के संकट से किसानों की परेशानी पर नाराजगी जताई। बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने कहा कि जिले में किसानों को खाद बीज मिलने में समस्या न हो। निजी दुकानों द्वारा जमाखोरी न की जाए और किसानों को पूरी पारदर्शिता और सुगमता से खाद प्राप्त हो।
विधायक हेमंत खंडेलवाल ने उर्वरक वितरण को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि जिले की समस्त निजी विक्रेता दुकानों और समितियों पर उपलब्ध खाद की मात्रा के बोर्ड लगाए जाएं। जिसमें उर्वरक के भंडारण और उठाव की समस्त जानकारी हो, जिससे किसानों को खाद मिलने में समस्या न हो। साथ ही दुकानों में उपलब्ध उर्वरकों की मात्रा की जानकारी भी किसानों को विभन्न माध्यमों से दी जाए। जिले को प्राप्त होने वाले उर्वरक का उन दुकानों में वितरण किया जाए जहां उर्वरक की कमी है।
बैठक में विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने खाद की कमी से प्रभावित ग्रामों के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि निजी दुकानों और समितियों का कृषि विभाग के अमले द्वारा सतत निरीक्षण किया जाए। कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने बैठक में उपसंचालक कृषि और सभी एसडीओ को निर्देशित किया कि सभी खाद की दुकानों में उपलब्ध स्टाक का बोर्ड लगाए। कृषि विभाग का अमला खाद की दुकानों का सतत निरीक्षण करें और अनियमितता पाए जाने पर दुकान संचालक के विरूद्ध कार्रवाई की जाए।
गोदाम में कम और मशीन में अधिक दर्ज मिली खाद
खाद के संकट को लेकर जन प्रतिनिधियों की नाराजगी के बाद कलेक्टर स्वयं ही खाद दुकान और गोदामों में भंडारण की स्थिति का निरीक्षण करने के लिए निकल पड़े। सबसे पहले बडोरा में स्थित सिद्धि विनायक कृषि सेवा केंद्र का निरीक्षण किया। दुकान के संचालक से खाद की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली तो बड़ी गड़बड़ी सामने आ गई। स्टरक रजिस्टर, विक्रय बिलों तथा पीओएस मशीन से रैंडम रूप से निकाले गए बिलों का मिलान किया। कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित किसानों से उर्वरक की उपलब्धता व वितरण प्रक्रिया की जानकारी भी ली।
दुकान के गोदाम का निरीक्षण करने पर पाया गया कि पीओएस मशीन में यूरिया की मात्रा अधिक है अौर उपलब्धता कम है। इस पर उन्होंने गोदाम को सील करने के निर्देश दिए और जांच कर संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को हिदायत दी। कलेक्टर ने ग्राम भडूस पहुंचकर ग्रो प्योर फर्म की खाद दुकान का गोदाम खुलवाकर स्टाक की जांच की। इस दौरान पीओएस मशीन से उर्वरक का वितरण नहीं पाया गया और स्टाक में भी कमी पाई गई। जिस पर कलेक्टर ने दुकान संचालक के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए गोदाम को सील करा दिया।