Chaitra Navratri 2023:मां रेणुका दिन में तीन रूपों में भक्तों को देती हैं दर्शन, कैंसर रोगी ज्योत के तेल से पाते हैं लाभ
Chaitra Navratri 2023: Maa Renuka gives darshan to the devotees in three forms on the day, visible benefits from the oil of cancer-afflicted Jyot
Chaitra Navratri 2023

Today Betul News:बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के आमला विकासखंड में आने वाले ग्राम छावल में आदिशक्ति मां रेणुका का ऐसा एक अनोखा मन्दिर स्थित है। जहां मां रेणुका तीन बार रूप बदलती हैं। बैतूल जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर छावल गांव में स्थित मां रेणुका का मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। छोटी सी पहाड़ी पर 455 साल पुराने इस मन्दिर में मां रेणुका की अनोखी प्रतिमा है। मान्यता है कि यहां स्थित मन्दिर में एक दिन में देवी तीन रूप बदलती हैं।

मां रेणुका सुबह नन्हीं बालिका के स्वरूप तो, दोपहर में मां के चेहरे का तेज बढ़ जाता है और शाम को मां रेणुका ममतामयी सौम्य करुणा के रूप में नजर आने लगती हैं। कथाओं के अनुसार पहाड़ी पर बना यह मन्दिर लगभग 455=साल पुराना है। मां रेणुका की जो प्रतिमा मन्दिर में स्थापित है, वह यहीं से प्रकट हुई थी। मन्दिर के प्रारंभ से लेकर अब तक गोस्वामी परिवार ही यहां पूजा करता चला आ रहा है।
गोस्वामी परिवार की पांचवी पीढ़ी अब यहां।पर पूजन अर्चन का कार्य संभाल रही है। हर दिन मां के इस चमत्कार को यहां आने वाले भक्त महसूस करते हैं।। मंदिर में करीब 65 साल से अखंड ज्योति प्रज्वलित है। ग्रामीण सहित बाहर से आने वाले श्रद्धालु मां रेणुका की कृपा पाते हैं।
नवरात्र में दूर-दूर से श्रद्धालु माता के दरबार के पास अखंड ज्योति प्रज्वलित करने आते हैं। मंदिर के पुजारी के मुताबिक मां की महिमा अनूठी है। हर भक्त की मां मुराद पूरी करती हैं। भक्तों की ऐसी मान्यता है कि मां के दरबार में वर्षों से जल रही अखंड ज्योत का तेल शरीर पर लगाने से कैंसर के मरीज तक ठीक हो जाते हैं।