Betul : लुट रहे गन्ना उत्पादक किसान, आंखें बंद किए बैठा प्रशासन

उत्तरप्रदेश और अन्य जगह से आकर गुड़ बनाने वाले गन्ना खरीदकर हो रहे फरार


बैतूल। जिले में गन्ना उत्पादक किसान खुलेआम लुट रहे हैं और कृषि विभाग एवं प्रशासन शिकायतों के बाद भी आंखें बंद किए बैठा हुआ है। उत्तर प्रदेश और अन्य स्थानों से आकर गुड़ बनाने का काम करने वाले ठगों के द्वारा किसानों को झांसा देकर गन्ना खरीद लिया जाता है और कुछ दिन बाद अपना बोरिया बिस्तर समेटकर भाग रहे हैं। ऐसे में किसान अपनी मेहनत से खेत में लगाई गई गन्ने की फसल से हाथ धो बैठते हैं। पिछले दो-तीन वर्ष से लगातार गन्ना उत्पादक किसानों से ठगी की जा रही है और शिकायतें भी प्रशासन के पास पहुंच रही हैं लेकिन आज तक सुनियोजित तरीके से ठगी करने वालों पर न तो रोक लगाई जा रही है और न ही किसानों को राशि ही वापस दिलाई जा रही है। जिले में पिछले एक सप्ताह के भीतर ही आधा दर्जन से अधिक गुड़ बनाने वाले भाग गए हैं। अब ऐसे लोगों को गन्ना बेचने वाले, मजदूरी करने वाले और गन्ना परिवहन के कार्य में लगे रहे ट्रैक्टर मालिक भुगतान के लिए भटक रहे हैं। एक मामला ग्राम जामठी में सामने आया है। जामठी के प्रकाश यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश का राहुल पिता रामपाल उनके पास आया था और गुड़ बनाने की भट्टी लगाने का झांसा दिया। पिछले साल तो उसने सभी किसानों को भुगतान कर दिया था। इस बार दोबारा आया और करीब तीन माह तक गुड़ बनाने का काम करने के बाद भाग गया है। प्रकाश ने बताया कि ग्राम जामठी, लापाझिरी, मरामझिरी और आसपास के क्षेत्रों से उसके द्वारा किसानों से गन्ना खरीदी की और कुछ भुगतान कर दिया। इसके बाद वह रातों-रात गन्ना क्रशर लेकर भाग गया। अब किसान और मजदूर उसका पता लगाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि करीब 15 लाख रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को नहीं किया गया है। किसानों के द्वारा इस ठगी की शिकायत पुलिस और प्रशासन से की है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई ही नहीं हो पाई है।

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खेड़ला से भी भागा ठग
जिले के ग्राम खेड़ला में पिछले 10 वर्ष से गुड़ बनाने का काम करने के लिए आने वाला उत्तरप्रदेश का माेनू भी कई किसानों के साथ ठगी को अंजाम देकर भाग गया है। ग्राम खेड़ला, राठीपुर, रावनवाड़ी क्षेत्र के किसान सुखनंदन, गिरधारी, मनोहरी, मनोज पवार समेत अन्य ने बताया कि उन्होंने उत्तरप्रदेश के माेनू को 200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना बेचा था। कुछ भुगतान दे दिया गया था इस कारण भरोसा था कि वह पूरा भुगतान कर देगा। अचानक करीब 15 दिन पहले वह फरार हो गया। जिस खेत में उसके द्वारा गुड़ बनाने की भट्टी लगाई गई थी उसके मालिक को भी किराया नहीं दिया गया है जिससे उसने मोटरें जब्त कर लीं हैं। अब किसान उस मोनू की तलाश कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि बैतूलबाजार के जिस गुड़ के दलाल को उसके द्वारा गुड़ बेचा जाता था उससे भी संपर्क किया गया तो उसके द्वारा भी माेनू को एडवांस राशि दिए जाने का हवाला दे दिया है। किसानों ने बताया कि पुलिस और प्रशासन के द्वारा उनका बकाया भुगतान दिलाया जाना चाहिए।

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