Vidisha Borvel News: बोरवेल में फंसे लोकेश को बचाने के लिए बनाई जा रही सुरंग, सलामती के लिए हो रही प्रार्थना
Vidisha Borvel News: Tunnel being built to save Lokesh trapped in borewell, praying for safety

साड़ी की रस्सी बनाकर बाहर निकालने का किया था प्रयास
लोकेश के पिता दिनेश अहिरवार ने बताया कि बेटे की गड्ढे में गिरने की खबर मिलते ही वे पड़ोस के खेत में पहुंचे। उन्होंने गड्ढे में नीचे देखा तो लोकेश दिखाई दे रहा था और उसके रोने की आवाज भी आ रही थी। तत्काल कोई बचाव का साधन नहीं मिलने पर उन्होंने साड़ी की रस्सी बनाई और उसे गड्ढे में नीचे डाला। इस रस्सी को लोकेश ने पकड़ लिया था और वे रस्सी के सहारे बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान अचानक रस्सी टूट गई और लोकेश गड्ढे में और नीचे चला गया। चार साल से खुला पड़ा है बोरवेल ग्रामीणों ने बताया कि यह खेत खेरखेड़ी पठार के ही रहने वाले राधेलाल अहिरवार का है। करीब चार बीघा खेत में सिंचाई के लिए राधेलाल ने चार साल पहले बोर कराया था लेकिन पानी नहीं निकलने की वजह से इस बोर के गड्ढे को खुला ही छोड़ दिया। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
भूखा-प्यासा है बोरवेल में फंसा लोकेश
60 फीट गहरे बोरवेल में फंसा बच्चा लोकेश पिछले 18 घंटे से भूखा है। बच्चे को पाइप के माध्यम से आक्सीजन तो उपलब्ध कराई जा रही है लेकिन उस तक भोजन पहुंचा पाना मुश्किल हो रहा है। कलेक्टर भार्गव के मुताबिक बच्चा ऐसी स्थिति में फंसा है कि उसे तरल पदार्थ भी नहीं दे पा रहे है।
सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे
खेत में बोरवेल के किनारे बैठे माता – पिता, भगवान से बच्चे को बचाने की गुहार लोकेश के बोरवेल में गिरने के बाद से उसके पिता दिनेश, मां सीमा बाई के अलावा दादा, दादी भी बोरवेल के किनारे बैठकर ही बच्चे की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे है। मां सीमा का रोते रोते गला बैठ गया। उसका कहना था कि भगवान किसी भी तरह उसके बच्चे को बचा ले, फिर वह कभी अपने साथ काम पर लेकर नही जाएगी। पिता दिनेश का कहना था कि दो सौ रूपये रोज की मजदूरी के लिए वे खेत में चना काटने आए थे। उन्हें क्या पता था कि उनका बेटा इतनी बड़ी मुसीबत में फंस जाएगा।