harassed : जांच के नाम पर आदिवासी परिवार को किया जा रहा प्रताड़ित
Tribal family is being harassed in the name of investigation
रानीपुर पुलिस के खिलाफ 5 लाख रिश्वत मांगने के आरोप
बैतूल। रानीपुर के आदिवासी परिवार ने रविवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत आवेदन सौंपकर रानीपुर पुलिस के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायतकर्ता ज्ञानसिंह मर्सकोले एवं उनके परिजनों ने एसपी को सौंपे शिकायत आवेदन में बताया कि लगभग एक डेढ़ माह से रानीपुर पुलिस द्वारा जांच के नाम पर उनके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है, थाने बुलाकर मारपीट की जा रही है। पीड़ित परिवार ने एसपी से आग्रह किया कि उन्हें पुलिस प्रताड़ना से छुटकारा दिलाया जाए।
दरअसल, पूरा मामला यह है कि विगत 30 जनवरी को पीड़ित ज्ञानसिंह मर्सकोले के 80 वर्षीय चाचा सुकू की संदेहास्पद तरीके से मौत हो गई थी। चाचा की मौत के बाद उन्होंने रानीपुर पुलिस को सूचना दी थी। रानीपुर पुलिस ने जरूरी कार्यवाही कर परिवारजनों के बयान लिए थे। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया था। परिजनों का आरोप है कि इस घटना के बाद रानीपुर पुलिस लगातार पूछताछ के नाम पर उन्हें परेशान कर रही है। ज्ञानसिंह ने बताया कि 4 मार्च से रानीपुर पुलिस ने उनकी बेटी सुखशांति को 11 बजे से थाने में बिठा कर रखा है।
शिकायतकर्ता ज्ञानसिंह मर्सकोले का कहना है कि उनके सगे भाई लक्ष्मण ने पुलिस को मनगढ़ंत बातें बताई है। लक्ष्मण उन्हें हमेशा धमकी देता है कि तुम्हें जेल भेज दूंगा। इसके चलते उनका पूरा परिवार षड्यंत्र का शिकार हो रहा है। उन्होंने बताया कि वे डब्ल्यूसीएल से सेवानिवृत्त कर्मचारी है। पुलिस उन्हें पूंजीपति समझकर इस मामले में छोड़ने के बदले उनसे 5 लाख की मांग कर रही है। एसपी से उन्होंने आग्रह किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि उनके चाचा सुकू की 10 एकड़ जमीन थी, चाचा की कोई संतान नहीं होने के चलते लक्ष्मण की नजर उन की भूमि पर है, घटना के पीछे लक्ष्मण का भी हाथ हो सकता है। शिकायत करने वालों में भारती, संदीप, कुंदन, नर्मदा, कैलाश, विजय, सुकन, संतरी आदि शामिल है।