Tiger News: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से निकलकर सारणी क्षेत्र में बाघ ने डेरा डाला

लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा वन विभाग का अमला

Today Tiger News: बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से सटे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से एक बार फिर बाघ ने सारणी क्षेत्र के जंगल में दस्तक दे दी है। पिछले दो दिन से सारणी नगर के आसपास बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। वन विभाग की छः टीमें बाघ के पगमार्क के आधार पर निगरानी करने में जुटी हुई हैं।
बाघ की मौजूदगी की वजह से लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। बाघ के गले में कालर आई डी नही होने से उसकी मौजूदगी का पता लगाने में निगरानी दल को सबसे बड़ी परेशानी इस वजह से आ रही है। वन विभाग की टीम बाघ की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद से ही सीएचपी, राख बांध, एबी-कालोनी, स्कीमर वाल, पावर प्लांट और आसपास के क्षेत्र में लगातार निगरानी करने में जुटी हुई है।
वन विभाग की टीम को कई स्थानों पर बाघ के पगमार्क मिले हैं।  सीएचपी, एबी-टाइप कालोनी और राख बांध के इलाके में बाघ के पगमार्क मिलने से यह संभावना अधिक है कि वह इन्ही इलाकों में अपना डेरा जमाए हुए है।
दो बार ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया
सतपुडा टाइगर रिजर्व से सटे उत्तर वन मंडल के जंगल में बाघ पहली बार नही आया है। वर्ष  2018 में पहली बार राजेगांव के एक खेत में टाइगर की मौजूदगी सामने आई थी। उसे  ट्रेंक्यूलाइज करने के बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व ले जाया गया था। वहां से छोड़ने के बाद  फरवरी 2019 में वही बाघ दोबारा सारणी क्षेत्र में आ गया था। एसटीआर की टीम ने  ट्रेंक्यूलाइज कर वन विहार भोपाल पहुंचा दिया था।
इसके बाद वर्ष 2022 में भी बाघ की मौजूदगी उत्तर वन मंडल के बैतूल से सटे जंगल में बनी रही। अब एक बार फिर बाघ ने सारणी क्षेत्र में अपना डेरा जमा लिया है। वन विभाग के स्थानीय अधिकारी बाघ की मौजूदगी होने के कारण लोगों को रात में बेहद सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं।

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