The issue of UPS emerged at the national level: कर्मचारियों ने कार्यस्थल पर यूपीएस का प्रतीकात्मक नोटिफिकेशन जलाया
बैतूल में कर्मचारियों ने दिया बड़ा संदेश, राष्ट्रीय स्तर पर उभरा यूपीएस का मुद्दा
बैतूल। जिले में 28 जनवरी को यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) का जमकर विरोध किया गया। स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारी इसमें शामिल हुए। विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने अपने-अपने कर्तव्य स्थलों पर यूपीएस के प्रतीकात्मक नोटिफिकेशन को जलाकर अपना आक्रोश जताया। स्वास्थ्य विभाग से डॉ.रानू वर्मा, डॉ अंकित श्रीवास्तव, डॉ.अंबुलकर और सभी नर्सों ने विरोध में भाग लिया। वहीं, शिक्षा विभाग से राजेंद्र कटारे, गंगाराम घोडाले, रवि अतुलकर, विजय कोरी, मनीष नारे, खेमराज मोरले, सत्येंद्र उइके और मुन्नालाल बचले समेत जिले के सभी विकासखंडों के कर्मचारियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) मध्यप्रदेश की जिला शाखा बैतूल द्वारा यूनिफाइड पेंशन स्कीम के नोटिफिकेशन का विरोध करने के लिए 28 जनवरी को कर्तव्य स्थलों पर प्रतीकात्मक नोटिफिकेशन दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व एनएमओपीएस के जिला अध्यक्ष रवि सरनेकर ने किया।
रवि सरनेकर ने बताया कि यह कदम भारत सरकार द्वारा जारी यूपीएस के राजपत्र के विरोध में उठाया गया है, जिसे कर्मचारी अपने हितों के खिलाफ मानते हैं। इस प्रदर्शन को राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु और प्रदेशाध्यक्ष परमानंद डेहरिया के निर्देशानुसार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल कर्मचारियों और अधिकारियों ने यह संदेश दिया कि यूनिफाइड पेंशन स्कीम कर्मचारियों के भविष्य के लिए नुकसानदायक है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने अपनी एकजुटता दिखाई और सरकार से पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग की।