The claims of development exposed: गणेश वार्ड में टूटी-फूटी सड़कों और जर्जर नालियों ने खोली विकास के दावों की पोल
शिवसेना का चेतावनी भरा ज्ञापन, कहा- कार्रवाई नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन
वार्ड पार्षद के खिलाफ विकास कार्यों में भेदभाव के आरोप,
शिवसेना ने नगर पालिका अध्यक्ष और सीएमओ से की समस्या के जल्द समाधान की मांग
बैतूल। गणेश वार्ड क्रमांक 27 में टूटी-फूटी सड़कों और जर्जर नालियों ने वार्ड के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। वार्डवासियों ने शिवसेना के बैनर तले नगर पालिका अध्यक्ष और मुख्य नगरपालिका अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द सड़कों और नालियों के नवनिर्माण की मांग की। आरोप लगाया कि वार्ड पार्षद द्वारा विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है, जिससे वार्ड में रहने वाले लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि वार्ड में मौजूद अधिकांश सी.सी. सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इन सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिनमें बारिश का पानी भर जाता है। इस कारण टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहन चालकों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई बार गड्ढों में पानी भरा होने की वजह से वाहन फिसल जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं। वहीं, वार्ड की नालियां भी वर्षों पहले बनाई गई थीं, जो अब पूरी तरह से टूट चुकी हैं। इन नालियों का गंदा पानी सड़कों और लोगों के घरों में भर रहा है, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। शिवसेना जिला प्रमुख विजेंद्र कुमार गोले ने कहा कि गणेश वार्ड की समस्या को लेकर इससे पहले भी दो बार सीएमओ को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वार्डवासी उग्र आंदोलन करेंगे। इस मौके पर संतोष सूर्यवंशी, नंदू रावत, अभिषेक हिवराड़े, शिवप्रसाद मालवे, अविनाश करेरा, कमल करेरा, राजू जांगड़े और राजेश मालवीय सहित बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी उपस्थित रहे। वार्डवासियों ने कहा कि सड़कों और नालियों के खराब हालात उनकी दिनचर्या को प्रभावित कर रहे हैं और प्रशासन को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए। वार्डवासियों की मांग है कि नगर पालिका प्रशासन जल्द से जल्द सर्वे करवाकर सड़कों और नालियों का नवनिर्माण कराए ताकि लोगों को राहत मिल सके और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
वार्ड वासियों का फूटा गुस्सा
वार्ड के संतोष सूर्यवंशी ने कहा हमारे वार्ड की सड़कों पर इतने बड़े गड्ढे हैं कि वाहन चलाना दूभर हो गया है। प्रशासन को तुरंत इस समस्या का समाधान करना चाहिए। नंदू रावत ने कहा बारिश का पानी नालियों के बजाय सड़कों और घरों में भर रहा है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। अभिषेक हिवराड़े के अनुसार क्षतिग्रस्त सड़कों और जर्जर नालियों के कारण वार्ड का हाल बदतर हो चुका है। विकास कार्यों में भेदभाव असहनीय है। शिवप्रसाद मालवे बोले वार्ड में टूटी सड़कों से रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।