Patwari furious: डीएम के एक्शन पर उनका ही अमला खड़े कर रहा सवाल…!
Patwari furious: डीएम के एक्शन पर उनका ही अमला खड़े कर रहा सवाल…!

बैतूल। जिले में पटवारियों को सस्पेंड करने और वेतनवृद्धि रोकने जैसी कार्रवाई धड़ाधड़ की जा रही हैं। इन कार्रवाईयों को नियम कायदों के खिलाफ बताते हुए पटवारी संघ ने आज जिला प्रशासन के सामने मोर्चा खोल दिया है। कलेक्टर के द्वारा ग्राम संवाद और अन्य मौकों पर मिल रहीं शिकायतों के आधार पर की जा रही राजस्व अमले की सबसे मजबूत कड़ी पर कार्रवाईयाें को पटवारी ही सवालों के घेरे में लाकर आदेश निरस्त न करने पर आंदोलन तक की चेतावनी दे रहे हैं।
पटवारी संघ ने गुरुवार को प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पटवारी संघ ने कहा है कि पूर्व वर्गीकरण नियमों के तहत संविधान के अनुच्छेद 311 के उपबंध का पालन करते हुए संबंधित पटवारी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर के पटवारी का पक्ष जानना आवश्यक था लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया और पटवारियों को तुरंत ही मौके पर निलंबित कर दिया गया। इन कार्रवाई में विधिक नियमों का पालन नहीं किया गया है। संघ ने चेतावनी भी दी है कि एक सप्ताह में आदेश निरस्त नहीं हुए तो आंदोलन किया जाएगा।
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पटवारी संघ का आरोप है कि महेश छारले पटवारी तहसील बैतूल का सिर्फ इस कारण निलंबित किया गया कि वह बैठक में अनुपस्थित था जबकि उनसे कारण भी नहीं जाना गया। लीना धनेश्वरी, नेपाल मानकर, रूपेश झाड़े पटवारी तहसील बैतूल के वेतनवृद्धि रोकने रोकने के आदेश ई-केवायसी, सी.एम सत्यापन की प्रोग्रेस को आधार मानकर की गई जबकि उक्त पटवारियों के कार्य तुलनात्मक अन्य पटवारियों से ई-केवायसी, सी.एम सत्यापन में बेहतर है। रीना धुर्वे तहसील बैतूल को भी बिना पक्ष जाने निलंबित किया गया है। कीर्ति ठाकुर पटवारी तहसील भैसदेही का केवल इस कारण निलंबित किया गया है कि उनके पति कार्य में सहयोग करते हैं जबकि ठाकुर का ई-केवायसी, सी.एम सत्यापन, आधार लिंकिंग अन्य क्षेत्रों में कार्य पेंडिंग नहीं है। ताप्ती प्रसाद बारस्कर को भी बिना किसी कारण बताओ नोटिस के पक्ष जाने बिना निलंबित किया गया है।
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राजेश पटवारी तहसील आठनेर को भी अन्य पटवारियों की तुलना में अच्छा कार्य करने के उपरांत भी निलंबित किया गया है। बबलू अहाके, तहसील आमला, रवि उइके तहसील प्रभातपट्टन की तीन वेतनवृद्धि रोके जाने के आदेश किए गए। राकेश कठोतिया पटवारी को चिकित्सा अवकाश पर रहने की अवधि के दौरान निलंबित कर दिया गया। शंकरलाल सुरजाये तहसील शाहपुर तीन माह से अधिक अवधि से निलंबित हैं जिन्हें बहाल किया जाए। संघ ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह में कारवाई निरस्त नहीं हुईं तो वे आंदोलन करने मजबूर हो जाएंगे।