Old pensione News: पुरानी पेंशन बहाली तक ना रुकेंगे ना झुकेंगे
अधिकारी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली महाकुंभ आंदोलन की बनाई रूपरेखा
बैतूल। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के प्रांतीय आव्हान पर रविवार को जिले के अधिकारी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली महाकुंभ आंदोलन की रूपरेखा बनाई। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के जिलाध्यक्ष रवि सरनेकर ने बताया कि प्रांतीय आव्हान पर आगामी 5 फरवरी को प्रदेश स्तरीय पुरानी पेंशन बहाली महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा इसके लिए रविवार को समस्त अधिकारी कर्मचारियों ने एक विशेष बैठक आयोजित कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 5 फरवरी 2023 के महाकुंभ को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में सारे विभागों के कर्मचारी अधिकारी इस कार्यक्रम में उपस्थित हो एवं तन मन धन से अपना सहयोग प्रदान करें।
बैठक में उपस्थित समस्त विभागों के कर्मचारियों ने एक सुर में कहा कि पुरानी पेंशन बहाली तक हम ना रुकेंगे ना झुकेंगे, पुरानी पेंशन बहाल करवा कर रहेंगे।अनुसूचित जाति जनजाति अजाक्स के जिला अध्यक्ष अनिल कापसे ने कहा कि पुरानी पेंशन अधिकारी कर्मचारियों का बुढ़ापे का सहारा है मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष दिलीप गीते ने एवं वन विभाग के जिला अध्यक्ष आकाश प्रधान ने कहा कि पुरानी पेंशन नहीं तो वोट नहीं। स्वास्थ्य विभाग नर्सेज एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष रजनी कालभोर ने कहा कि हमारे लिए पेंशन बहुत जरूरी है, जब नेताओं को 44 पेंशन मिल सकती है तो हम अधिकारी कर्मचारियों को क्यों नहीं। हम सारा जीवन सरकार के कार्य में लगा देते हैं फिर भी हमें पेंशन नहीं दी जा रही है।
एक देश एक विधान पर दिया जोर
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अखिलेश कवरेज ने कहा कि एक देश एक विधान सारे कर्मचारी अधिकारियों को पेंशन एक समान होना चाहिए। बैठक में विकासखंड भीमपुर के यादोराव नागले को विकास खंड प्रभारी बनाया गया। बैठक में अनिल कापसे, श्रीराम भुस्कुटे, महेश, दिलीप गीते, लीलाधर नागले, आकाश प्रधान, दरियाव परमार, धर्मदास दवंडे, अखिलेश कवडे, राजू आठनेरे, रामदास झरबड़े, गीता ऊइके, वीना देशमुख, अनीता सोनारे, जीपी नागवंशी, एसके शंकर, नरेश कुमार झरबड़े, दानवीर छत्रपाल, नरेंद्र कुमार चिल्हाटे, जिला संयोजक गंगाप्रसाद यादव, रवि अतुलकर, धनराज पाटिल, कमलेश राकसे, कुमरे, वासुदेव नागले, गोकुल झरबडे, वंदना झरबड़े, राजेंद्र कटारे, भीमराव लांजीवार, यादोवराव नागले, केआर पाटिल, सुखदेव पाटिल, गंगाराम घोड़ाले, रजनी कालभोर, सत्येंद्र उइके सहित सैकड़ों कर्मचारी अधिकारी उपस्थित थे।