मांझी नगर हमलापुर में मनाई नेताजी की जयंती
मांझी सरकार सैनिक पूरनलाल के साथ हुई धोखाधड़ी का मामला उठाया
जलाशय निर्माण में देरी पर जल संसाधन विभाग को सौंपा ज्ञापन
बैतूल। मांझी नगर हमलापुर स्थित मांझी सरकार के जिला कार्यालय में 23 जनवरी को महान क्रांतिकारी सुभाष चंद्र बोस की जयंती सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मांझी सरकार के सैनिकों ने नेताजी के विचारों को याद किया। कार्यक्रम में भारत प्रतिनिधि श्रवण परते ने अपने विचार व्यक्त करते हुए नेताजी के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की।
इसके बाद मांझी सरकार के सैनिक कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने आदिवासी समाज के पूरनलाल मर्सकोले के साथ हुई धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत दर्ज कराई। पूरनलाल मर्सकोले ने बताया कि तहसील कार्यालय भीमपुर के राजस्व अधिकारियों ने उनके पूर्वजों की जमीन को बिना उनकी सहमति और सूचना के अनावेदक के नाम जोड़ दिया। यह मामला उन्हें तब पता चला जब 15 दिन पहले सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पोर्टल से दस्तावेज निकाले गए।
शिकायत में यह आरोप लगाया गया कि राजस्व विभाग के आरआई, पटवारी और कोटवार ने किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी। मांझी सरकार सैनिकों ने कलेक्टर से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर न्याय नहीं मिला, तो आंदोलन किया जाएगा।
इसके साथ ही मांझी सैनिकों ने जल संसाधन विभाग के कार्यपाली यंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम गुरुवा पिपरिया, विकासखंड भीमपुर के क्षेत्रवासियों ने जलाशय निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव के माध्यम से फाइल जमा की थी। 23 जनवरी तक फाइल पर क्या कार्रवाई हुई, इसकी जानकारी मांगते हुए सैनिकों ने शीघ्र जानकारी प्रदान करने की अपील की। इस दौरान मांझी सैनिकों ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आदर्शों पर चलते हुए समाज के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।