introduction conference: शहीद भवन में आयोजित हुआ कोरकू समाज का परिचय सम्मेलन

अनेक जिलों और प्रांत से पहुंचे युवक युवतियों ने मंच से दिया परिचय

बैतूल। मुठवा धाम शहीद भवन में कोरकू आदिवासी समाज का कुल पित्तरा, माहो, खोटा पूजन एवं युवक-युवती सह परिवार परिचय जतरा-2024 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के अनेक जिलों सहित अलग-अलग प्रांत से कोरकू समाज के पदाधिकारी एवं परिवार के साथ युवक युवती शामिल हुए।

सम्मेलन में अतिथियों ने रूढ़ीप्रथा रीति-रिवाज, बच्चों की शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य पर ध्यान देने, नशा मुक्त समाज बनाने का संदेश दिया। आदिवासी कोरकू उन्नतिशील समाज एजुकेशन एण्ड सोशल वेलफेयर सोसायटी के तत्वाधान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। संगठन के खुशराज भूरी-भाकलू ढिकू कोरकू आदिवासी ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कोरकू आदिवासी समाज में पूस का महीना पित्तरों एवं माहों का महीना देवी-देवताओं के खोंटा पूजन के लिये अत्यन्त पवित्र माना जाता हैं। महंगाई के दौर में व्यर्थ खर्चों से बचने के उद्देश्य से एक मंच पर कोरक आदिवासी समाज द्वारा मुठवा कुल पित्तरा माहों खोटा पूजन एवं युवक-युवती सह परिवार परिचय जतरा-2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के अलावा आसपास के जिलों एवं अन्य समीपस्थ प्रान्तों से आए युवक-युवतियों ने अपना एवं पूरे परिवार का परिचय दिया। युवतियों ने शिक्षित एवं मद्यपान से दूर रहने वाले जीवन साथी को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। परिचय जतरा-2024 का शुभारम्भ कोरकू आदिवासी समाज के कुल देवता, मुठवा एवं काला देव का खोंटा पूजन करते हुए सामूहिक विनती, सुमरनी कर कोरकू आदिवासी समाज के महापुरूषों के जयकारों से किया गया। सामूहिक स्वागत गीत के माध्यम से समस्त अतिथियों का स्वागत वन्दन, अभिनन्दन करते हुए युवक-युवतियों एवं आयोजन में उपस्थित प्रत्येक परिवारों ने बढ़ चढ़कर मंच से परिचय दिया।

— समाज में कोई छोटा, बड़ा नहीं–

खुशराज भूरी-भाकलू ढिकू कोरकू ने बताया समाज संगठन की थीम के अनुसार समाज में कोई छोटा अथवा बड़ा नहीं होता है। इसलिये समानता, भाई-चारे की सद्भावना से मंच पर बुलाकर परिचय देने का अवसर प्रदान कर सभी का सम्मान किया गया। सामाजिक बंधुओं ने उन्नतिशील समाज संगठन के कार्यों की सराहना की। खुशराज भूरी-भाकलू ढिकू कोरकू आदिवासी ने समाज की रूढ़ीप्रथा रीति-रिवाज, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता पर ध्यान देने एवं मद्यपान सहित कुरीति मुक्त समाज का निर्माण करने का संदेश दिया। आयोजन के दौरान कई गावों से पहुंचे गडली सुसुन दलों के द्वारा पारम्परिक धोती कुर्ता वेष-भूषा पहनकर शानदार प्रस्तुति दी। महिलाओं ने लाल, हरा लुगड़ा पहनकर, पारम्परिक वाद्ययंत्रों, ढोल, बांसुरी, चाप्स की तान, गडली सुसुन कर चिटकोरा पर जमकर थिरकते हुए समा बांधा और मनमोहक प्रस्तुति दी।

— कार्यक्रम में ये रहे मौजूद–

इस अवसर पर अतिथि के रूप में कोरकू समाज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीराम सुतार, प्रदेश अध्यक्ष आर.डी. कलम, भूरेलाल बेठे जिला अमरावती, समाज के वरिष्ठ बाबूलाल कासा-दा मुख्य संरक्षक, भाउराव दहीकर, रमेश कासा-दा संरक्षक, प्रेमलाल भुसुम संरक्षक, देवेन्द्र सिंह मवासे युवा संरक्षक, गोकुल प्रसाद धिकारे संगठन मंत्री, जिला अध्यक्ष गंगाचरण कासा-दा, महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष, नन्दनी भुसुम, कल्पना ढिकू संगीता चौहान, रूखमनी कासा-दा, खुशराज भूरी-भाकलू ढिकू कोरकू आदिवासी प्रचारक कोरकू रूढ़ीप्रथा परम्परागत रीति-रिवाज एवं संस्कृति, हरेलाल सिलू जिला उपाध्यक्ष, लाबसिंह काजले संरक्षक, गोलू बेठे अध्यक्ष विकास खण्ड शाहपुर, विनेश बेठे अध्यक्ष विकास खण्ड भीमपुर, लाबूसिंह चिलाटी अध्यक्ष विकास खण्ड भैंसदेही, नितिन लोबो अध्यक्ष नगरीय क्षेत्र बैतूल, अखलेश टाखेर कार्यवाहक अध्यक्ष आठनेर, रोहित काजले अध्यक्ष विकास खण्ड घोड़ाडोंगरी, गंगा कासादा अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ केरपानी, राताय बेठे संरक्षक केरपानी, कमलेश अखाण्डी अध्यक्ष केरपानी, शंकर मौसिक अध्यक्ष महारपानी, सतीश कासादा बेठे, उमेश सहित अन्य सामाजिक बंधु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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