Blind Murder : आमला के सतीष नाइक की हत्या का खुलासा, दो आरोपियों ने पत्थर से कुचलकर की थी हत्या
Blind Murder : बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल-इंदौर नेशनल हाइवे पर 20 दिसंबर को आमला के सतीष नाइक की पत्थर से कुचलकर की गई हत्या के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस का दावा है कि सतीष नाइक से बाइक पर लिफ्ट लेने वाले बेला गांव के दो युवकों ने ही उसकी हत्या कर दी थी एवं बाइक और मोबाइल लेकर भाग गए थे।
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 20 दिसंबर को आमला निवासी सतीश नाइक (43) की सिर कुचली लाश हाइवे के पास धौल जोड़ पर मिली थी। लाश के पास मिले दस्तावेजों के आधार पर मृतक की पहचान आमला निवासी सतीष नाईक के रूप में हुई थी।परिजनों ने पुलिस को बताया कि मृतक इंदौर में काम करता था।
18 दिसंबर को अपनी बाइक लेने इंदौर गया था। इंदौर से वापस लौटते समय उसकी हत्या हो गई। पुलिस ने जांच प्रारंभ की तो मृतक के माेबाइल के ईएमआई नंबर के आधार पर भीमपुर विकासखंड के बेला गांव में एक्टिव होना पाया गया। लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने मृतक का मोबाइल उपयोग कर रहे बारीक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि मृतक ने आरोपी राजपाल उइके और बारीक पिता टंटी परते के साथ बैठकर शराब पी। इसी दौरान उनके बीच विवाद हो गया तो राजपाल और बारिक ने सिर कुचलकर सतीष की हत्या कर दी और उसका मोबाइल एवं बाइक लेकर भाग गए।

एसडीओपी मयंक तिवारी ने बताया कि इंदौर हाइवे पर 20 दिसम्बर की सुबह धौल जोड़ पर एक व्यक्ति की सर कुचली लाश मिली थी। लाश के पास कई दस्तावेज भी पाए गए थे। जिसके आधार पर मृतक की पहचान आमला निवासी सतीश नाईक के रूप में हुई थी। जब इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि मृतक इंदौर में काम करता था और वह अपनी बाइक लेने के लिए 18 दिसंबर को इंदौर गया हुआ था। बाइक के जरिए ही वह बैतूल लौट रहा था।इसी बीच उसकी हत्या हो गई।
हत्या के मामले को सुलझाने के लिए वरिष्ठ अधिकारीयो के मार्गदर्शन मे तीन अलग अलग टीम बनाई गई। एक टीम ने आमला, दूसरी टीम ने इन्दौर-महु एवं तीसरी टीम ने थाना क्षेत्र मे सर्च किया। इन्दौर- महु एवं हरदा टोल नाको से वीडीयो फुटेज निकाले गये। पुलिस के मुताबिक मृतक का एक मोबाइल गायब था। इस बीच गायब मोबाइल के ईएमआई नंबर के आधार पर पड़ताल शुरू की गई तो सतीश का मोबाइल बेला गांव में चलना पाया गया। टीम वहां पहुंची तो मृतक का मोबाइल राजपाल का भाई चलाते मिला। जिससे पूछताछ के बाद राजपाल को हिरासत में लिया गया तो पूरे मामले का खुलासा हो गया।
जानकारी के मुताबिक हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दो आरोपियों में से एक आरोपी ने मृतक का मोबाइल अपने पास रख पर लिया था।आरोपी के पिता ने इस मोबाइल मे एक सिम लगाई। इसके बाद मोबाइल को चालू किया गया। जैसे ही मोबाइल ऑन हुआ मोबाइल लोकेशन साईबर पुलिस तक पहुंची। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोबाइल को जप्त किया एवं आरोपी राजपाल को गांव से दूर ले जाकर कड़ी पूछताछ की।आरोपी राजपाल ने बताया कि, मृतक अपनी मोटरसाइकिल से हरदा की तरफ से आ रहा था । इसी दरमियान चिरापाटला के ढाबे के निकट उसने सतीश से लिफ्ट मागी ।दोनो ढाबे से चिचोली तरफ जाने को निकले। इस दौरान रामदेव ढ़ाबा पर आरोपी राजपाल और सतीश को ढ़ाबे पर काम करने वाला बारीक परते मिला। यहा से तीनो मोटर साईकल से धौल मार्ग पर पहुचे। तीनो यहाँ बैठकर शराब भी पी। इसके बाद लूट के इरादे से राजपाल और बारीक ने सतीश की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी।
मृतक के बेग से रुपये और मोबाईल निकालकर मृतक की मोटर सायकल भी साथ लेकर आरोपी अपने रिश्तेदार से मिलने कुंडबकाजन के लिए निकले । हत्या स्थल से कुछ दूर जाने के बाद नशे की हालत में आरोपियों की मोटरसाइकिल हाईवे के डिवाइडर से टकराई। जिससे दोनों आरोपी घायल भी हुए। रात में चिचोली के सीएचसी में दोनों आरोपियों ने उपचार भी करा लिया और वे फिर से मोटरसाइकिल लेकर निकले । आरोपियों ने बताया कि, रहटगांव ,कायदा के खूमी गांव के निकट जंगल के रास्ते में पेट्रोल खत्म हो जाने के चलते उन्होंने मोटरसाइकिल को वहीं पर छोड़कर भी घर वापस आ गए। पुलिस ने इस मामले में घटना स्थल से मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट भी जप्त की है।