Fake Mawa : बैतूल जिले में आ रहा नकली मावा, नर्मदापुरम में बस से 300 किलो मावा जब्त करने से हुआ खुलासा
बैतूल जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम नकली मावा पकड़ने में हो रही नाकाम, छोटे दुकानदारों पर दबिश दे रहे
Fake Mawa : मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में बड़े पैमाने पर नकली मावा की सप्लाई हो रही है। इसका खुलासा नर्मदापुरम में शुक्रवार रात में बैतूल की ओर जा रही बस से 300 किलो नकली मावा जब्त करने से हुआ है। भोपाल से भौंरा के लिए बुक किए गए 300 किलो मावा से यह तो स्पष्ट हो रहा है कि बैतूल जिले में बड़ी मात्रा में नकली मावा खपाया जा रहा है। बैतूल में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम नकली मावा की खेप पकड़ने या फिर इससे बनाई जा रही सामग्री को पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम हो गई है।
कागजी खानापूर्ति
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम मिलावट से मुक्ति अभियान के नाम पर ग्रामीण क्षेत्र की छोटी दुकानों पर पहुंचकर सैंपल लेकर कागजी खानापूर्ति करने में तो जुटी हुई है लेकिन यह पता लगाने में नाकाम हो रही है कि होटलों में खपाया जा रहा मावा कहां से खरीदा जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम मिठाई एवं अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल लेकर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजने का दावा भी कर रही है लेकिन यह पता नही है कि दीपावली के बाद जांच की रिपोर्ट मिलेगी या फिर जब तक लोग नकली मावे से बनी सामग्री खा चुके होंगे तब उन्हें पता चलेगा कि मावा नहीं था बल्कि वनस्पति तेल, पाम ऑयल, शक्कर और रंग का उपयोग कर जो पदार्थ बनाया गया था उससे बनी सामग्री खाई गई है। बैतूल शहर में दर्जनों होटलों में तमाम प्रकार की मिठाई बिक रही है। कई जगह थोक में मावा बेचा जा रहा है लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम इस पर कार्रवाई करने से परहेज कर रही है।
कहां आ रहा था नकली मावा
शुक्रवार को नर्मदापुरम बस स्टैंड पर एक बस से 300 किलो नकली मावा जब्त किया गया है। भोपाल से बैतूल जिले के भौंरा के लिए बुक किया मावा 10 बोरियाें में भरा हुआ था। हर बोरी का वजन 30 किलो था जिसमें 10-10 किलो के तीन पैकेट रखे हुए पाए गए। नर्मदापुरम के खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलेश दियावार ने मीडिया को बताया है कि जब्त किया गया मावा मिलावटी पाया गया है। इसे वनस्पति तेल, पाम ऑयल, शक्कर और रंग का उपयोग कर बनाया गया है।यह स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। मावे के पैकेट पर श्री कृष्ण स्वीट्स दहेग्राम जिला गांधीनगर गुजरात की मैन्युफैक्चरिंग अंकित है। अधिकारियों ने बताया कि बस के कंडक्टर से पूछताछ में भौंरा में जिसे मावा की सप्लाई देना था उसका नंबर मिला है। ट्रूकॉलर एप पर वह बीकानेर स्वीट्स के नाम से दर्ज दिखा रहा है।
बैतूल के अमले को नहीं फिक्र
बैतूल जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग के अमले को नकली मावा जब्त होने के बाद भी मानो कोई फिक्र ही नही है। यदि जिला स्तर से जांच की जाए तो नकली मावा की सप्लाई करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है। जिले में पाढर के पास नीमपानी में दर्जनों स्थानों पर शुद्ध मावा मिलने के बोर्ड लगे नजर आते हैं लेकिन त्योहार के मौके पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम की मानों आंखें बंद हो जाती हैं। यदि नकली मावा की आपूर्ति ही रोक दी जाए तो होटलों में नकली मावा का उपयोग कर सामग्री ही नहीं बन पाएगी। इससे विभाग को सैंपल लेने की खानापूर्ति नहीं करना पड़ेगा।