Chaitra Navratri : 22 मार्च से शुरु हो रहे नौ दिवसीय चैत्र नवरात्र, जाने पूजन विधि

Nine-day Chaitra Navratri starting from March 22, know the method of worship

22 मार्च से चैत्र नवरात्र शुरु हो रहे है। चैत्र नवरात्रि में इस बार पूरे नौ दिनों की नवरात्रि मनाई जाएगी। नवरात्रि के दौरान 3 सर्वार्थ सिद्धि योग 23 मार्च, 27 मार्च और 30 मार्च को लगेगा, जबकि अमृत सिद्धि योग 27 मार्च और 30 मार्च को लगेगा, रवि योग 24 मार्च, 26 और 29 मार्च को लगेगा, नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी के दिन गुरू पुष्य योग भी रहेगा। नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना से की जाती है। जानते हैं नवरात्रि पर घटस्थापना के नियम और सही मुहूर्त क्या हैं..

कलश स्थापना के नियम

गलत दिशा में कलश न रखें : कलश को गलत दिशा में स्थापित करने से बचें। ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) देवताओं की दिशा होती है। इस दिशा में ही कलश को स्थापित किया जाना चाहिए।

कलश का मुंह खुला न रखें: शारदीय नवरात्रि पर अगर आप कलश की स्थापना करने वाले हैं तो ध्यान रखें कि कलश का मुंह खुला ना रहे. इसे किसी ढक्कन से ढककर ही रखें। ढक्कन को चावलों से भर दें और उसके ठीक बीचोबीच नारियल रखें।

कलश स्थापना से पहले करें ये काम : कलश को स्थापित करने से पहले देवी मां के सामने अखंड ज्योति प्रज्वलित करें। इस दिशा को आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण) में रखें। कलश स्थापित करते वक्त साधक को अपना चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में ही रखना चाहिए।

साफ-सफाई का रखें ध्यान : घर में आप जिस जगह पर कलश स्थापित करने वाले हैं या देवी की चौकी लगाने वाले हैं, वहां स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। घटस्थापना चंदन की लकड़ी पर करें तो शुभ होगा।

इन जगहों पर ना करें घटस्थापना- घटस्थापना का स्थल बाथरूम या किचन के आस-पास नहीं होना चाहिए। अगर पूजा स्थल के ऊपर कोई आलमारी या सामान रखने की जगह है तो उसे भी अच्छी तरह साफ कर लें।

News source : aajtak

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