Big Breaking: वाहन बेचने पर हुई ठगी,लोन ट्रांसफर का वादा कर हड़पी गाड़ी, पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद
ग्राम केसिया में वाहन खरीद-फरोख्त के नाम पर ठगी का मामला उजागर
बैतूल। चिचोली से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम केसिया में वाहन खरीद-फरोख्त के दौरान ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित अशोक छिपने ने अपनी गाड़ी निखिलेश वाजपेई को 25 हजार नकद लेकर बेची थी, जिसके तहत निखिलेश को हर महीने 10 हजार की किस्त जमा करनी थी और 2 महीने में लोन ट्रांसफर कराना था। लेकिन 5 महीने बीतने के बावजूद न तो किस्त भरी गई और न ही लोन ट्रांसफर हुआ। जब पीड़ित ने गाड़ी और पैसे वापस मांगे, तो उसे गालियां देकर अभद्रता की गई और मदद के लिए पुलिस से संपर्क करने पर भी निराशा ही हाथ लगी। यह जानकारी वाहन खरीदी बिक्री विक्रेता संघ के सक्रिय जिला अध्यक्ष गोलू सोनी ने दी।
उन्होंने बताया कि ग्रुप के डीलर सदस्य अशोक छिपने ने अपनी गाड़ी निखिलेश वाजपेई को बेच दी थी। समझौते के तहत निखिलेश को हर महीने 10 हजार की किस्त भरनी थी और 2 महीने के भीतर गाड़ी का लोन ट्रांसफर कराकर उसे अपने नाम करना था। लेकिन 5 महीने बीतने के बावजूद निखिलेश ने न तो कोई किस्त भरी और न ही लोन ट्रांसफर कराया।
पीड़ित अशोक छिपने जब भी निखिलेश को फोन करते, वह गाली-गलौज करने लगता और कहता कि कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उसने स्पष्ट कहा कि न तो वह गाड़ी लौटाएगा और न ही पैसे देगा।
– पुलिस ने शिकायत सुनने से किया इनकार
रविवार को अशोक छिपने और आकाश ठाकुर, जो श्रीराम फाइनेंस के सीजर हैं, निखिलेश के घर पहुंचे और गाड़ी लौटाने तथा पैसे वापस देने की मांग की। लेकिन निखिलेश ने गालियां देकर अभद्रता की। घटना के दौरान अशोक छिपने ने डायल 100 को कॉल किया, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद वे चिचोली थाने पहुंचे, जहां टीआई मौजूद नहीं थे। वहां मौजूद एसआई ने उनकी शिकायत सुनने से इनकार कर दिया और यह कहकर भगा दिया कि, आपने गाड़ी बेचने से पहले हमसे पूछा था क्या? हम आपकी कोई एफआईआर दर्ज नहीं करेंगे।
– संघ के अध्यक्ष ने वीडियो जारी कर तत्काल कार्रवाई की मांग की
इस मामले में वाहन खरीदी बिक्री विक्रेता संघ के सक्रिय जिला अध्यक्ष गोलू सोनी ने पीड़ित अशोक छिपने के साथ हुई ठगी और पुलिस की उदासीनता पर कड़ा रुख अपनाते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियो में गोलू सोनी ने पूरे घटनाक्रम का उल्लेख किया है, जिसमें पीड़ित की गाड़ी हड़पने, 25 हजार वापस न करने और पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज करने से इनकार करने का जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि यह मामला पूरे संगठन की प्रतिष्ठा से जुड़ा है, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।