Betul News : जेएच कॉलेज के प्राचार्य ने शिक्षा के मंदिर को बना दिया राजनीति का अखाड़ा: ऋषि विश्वास दीक्षित

Principal of JH College turned the temple of education into an arena of politics: Rishi Vishwas Dixit

प्राचार्य पर शिक्षा नीति पर आयोजित सेमिनार में भाजपा नेताओं की चापलूसी करने का आरोप

बैतूल। जिले का अग्रणी जेएच महाविद्यालय प्रबंधन की कमजोरी के चलते इन दिनों राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनकर रह गया है। जहां शैक्षणिक गतिविधि कम और राजनीतिक क्रियाकलाप ज्यादा हो रहे है। जयवंती शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्राचार्य की उदासीनता के चलते कॉलेज में राजनीतिक दखलंदाजी बढ़ती जा रही है। जिससे महाविद्यालयीन विद्यार्थियों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा है। सत्ता में बैठे लोगों से भयभीत होकर उन्हें साधने के चक्कर में महाविद्यालय परिसर राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं जेएच कॉलेज के विधायक प्रतिनिधि विश्वास ऋषि दीक्षित ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह गंभीर आरोप लगाए हैं।

दीक्षित का आरोप है कि गुरुवार के दिन कॉलेज में शिक्षा नीति पर सेमिनार का आयोजन किया गया था इस सेमिनार ने शिक्षा को लेकर तो कोई चर्चा नहीं की गई लेकिन भाजपा की राजनीति पर पूरा फोकस किया गया। प्राचार्य राकेश तिवारी पर भाजपा नेताओं की चापलूसी करने का आरोप लगाते हुए दीक्षित ने कहा कि शिक्षा नीति पर आयोजित सेमिनार में पूरे समय प्राचार्य भाजपा नेताओं की चापलूसी करते नजर आए। दीक्षित यहीं नहीं रुके उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि भाजपा नेताओं को चापलूसी करने वाले और केवल उनके लिए बेइमानी करने वाले अधिकारी अच्छे लगते हैं। हालत यह है कि जो अधिकारी इन भाजपा नेताओं की सनक पर खरे नह उतरते उन्हें अपमानित किया जाता है, जिसकी कीमत आम जनता को अदा करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि वे विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे।

भाजपा नेताओं को खुश करने में लगे प्राचार्य

ऋषि विश्वास दीक्षित ने कॉलेज प्रबंधन को आईना दिखाते हुए कहा कि शिक्षा परिसर में किसी भी प्रकार की कोई राजनीतिक गतिविधि अवैधानिक है। इसके बावजूद कॉलेज परिसर को राजनीति का अखाड़ा बना कर रख दिया गया है यह सब प्राचार्य के भाजपा प्रेम के चक्कर में हो रहा है। आए दिन राजनैतिक कार्यक्रमों के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। प्रतिबंध होने के बावजूद महाविद्यालय परिसर सत्ता पक्ष से जुड़े छात्र संगठन के बैनर पोस्टरों से पटा पड़ा है। जगह-जगह पोस्टर चिपकाकर महाविद्यालय को गंदा किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कालेज को शासकीय योजनाओं के प्रचार प्रसार की प्रयोगशाला बना रखा है। जिससे शैक्षणिक गतिविधिया ठप्प हो रही है। प्राचार्य और प्रबंधन सत्ता के इतने दबाव में है की नियम कायदों को धता बताकर बस नेताओ को खुश करने में लगे है।

प्राचार्य को बना दिया जाए भाजपा अध्यक्ष

महाविद्यालय में बढ़ती राजनीतिक दखलंदाजी और बेबस प्रबंधन के चलते विद्यार्थियों का भविष्य पर आंच आ रही है। प्राचार्य के भाजपा प्रेम से तो ऐसा लग रहा है कि उन्हें ही भाजपा का अध्यक्ष बना दिया जाना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कालेज प्राचार्य अपने कर्तव्य को भूल सत्ता के लोगो को खुश करने में लगे रहते है। उन्हें छात्र हित की बजाय अपनी कुर्सी और निजी हितों की चिंता ज्यादा है।

शिक्षा नीति के कार्यक्रम में पूरे समय किया पुरानी सरकार को कोसने का काम

ऋषि विश्वास दीक्षित ने कहा कि जयवंती हक्सर महाविद्यालय संघ आरएसएस एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं की राजनीति चमकाने का अड्डा बन गया है। प्राचार्य राकेश तिवारी अपनी पूरी एनर्जी इन नेताओं को खुश करने में लगा रहे हैं। सेमीनार का आयोजन 2020 में लागू हुई शिक्षा नीति में जनभागीदारी का योगदान को लेकर आयोजित की गई थी। मुझे भी बुलाया गया था, क्योंकि मैं विधायक प्रतिनिधि हूं। मैं भी बड़े उत्साह से उस सेमिनार में गया, मुझे लगा की शिक्षाविद और रिटायर्ड उच्च अधिकारी इस सेमिनार मैं शिक्षा नीति पर प्रकाश डालेंगे पर हुआ उसका उल्टा। इस सेमिनार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश के नेता एवं संघ आरएसएस के कुछ नेता पुराने इतिहास और पुरानी सरकारों को कोसते रहे जो कि मुझे नागवारा गुजरा और मैं वापस लौट गया। मुझे बड़ा दुख हुआ कि 1947 में जब देश आजाद हुआ था प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू गांधी वल्लभभाई पटेल और कई अन्य नेता जिन्होंने इस देश को बनाने में अपना सर्वत्र निछावर किया। आज उन नेताओं को बुलाने का काम संघ और आरएसएस शिक्षण संस्थाओं पर अपना अधिकार बनाकर हमारी आने वाली पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं और इन शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से समाज देश में धर्म के नाम पर जहर घोलने का काम यह लोग कर रहे हैं। मैं आरोप लगाता हूं प्राचार्य राकेश तिवारी पर कि आप संविधान द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को बड़ी ईमानदारी से निभाएं ना कि भारतीय जनता पार्टी, संघ आरएसएस के नेताओं को खुश करने में लगाएं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button