Betul news : केरपानी हनुमान मंदिर की समिति भंग कर नई समिति बनाने की मांग

Demand to dissolve the committee of Kerpani Hanuman temple and form a new committee

दान दक्षिणा की राशि का कोई हिसाब किताब नही, 15 वर्षों से नहीं हुआ समिति का ऑडिट, ग्रामीणों ने लगाया आरोप

बैतूल। केरपानी स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में समिति और पुजारी को लेकर उपजा विवाद शांत नहीं हो पा रहा है। शुक्रवार को केरपानी पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत की है। ग्रामीणों का आरोप है कि मंदिर की बोकस समिति द्वारा पुजारी के साथ अभद्र व्यवहार किया गया, धक्का-मुक्की की गई। ग्रामीणों ने इस मामले में उचित जांच कर प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मन्दिर में बनी समिति करीब 15 वर्षो से मंदिर का संचालन कर रही है, जिसका न तो कोई आडिट हुआ और न ही समिति द्वारा कोई लेखा जोखा बताया जाता है, पूछने पर समिति सदस्य गोल माल जवाब देते है। दान दक्षिणा की राशि का कोई हिसाब किताब नही है। समिति से जब पूछा जाता है तो समिति के लोग उत्तेजित होकर अभद्र व्यवहार करते है। मन्दिर के पुजारी उनके परिवार को अत्याधिक परेशान करते है।

शिकायत आवेदन में ग्रामीणों ने दान राशि में भी बंदरबांट के गंभीर आरोप लगाए है। शिकायत आवेदन में उल्लेख किया गया कि समिति द्वारा हेराफेरी करके जो मन्दिर को दान राशि आती है उसका बंदर बाट किया जाता है, जिसके संबंध में पूर्व में भी आवेदन दिया गया था परन्तु मन्दिर की समिति पर किसी प्रकार का अंकुश न लगने के कारण समिति और ज्यादा ज्यादती कर रही है। केरपानी के महावीर बजरंग बली मन्दिर में कोई भी समिति का सदस्य गांव का नहीं है जिसके कारण मन्दिर की समिति द्वारा मनोपल्ली करते है।

 विवाद के पीछे यह कारण 

ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत केरपानी के पंच पद के लिये पुजारी के पुत्र को खड़ा किया था। समिति के सदस्यगण अध्यक्ष द्वारा मना किया गया और कहा कि तुम मत खड़े हो, समिति के ही सदस्य खड़े हो रहे है। पुजारी कापुत्र पंच पद के लिए विजय हो गया था। जिसकी रंजिश केरपानी समिति के अध्यक्ष शिवप्रसाद राठौर द्वारा रखकर ही पुजारी व उसके परिवार के लोगों को प्रताडित किया गया। जब शिकायत की तो अध्यक्ष द्वारा पुजारी व पुत्र को मन्दिर से हटाने का दबाव बनाया गया। उल्टी ही रिपोर्ट थाने में पुजारी के परिवार के सदस्यगणों के विरूद्ध कर दी गई। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि पुजारी पंडित व उसके परिवार के सदस्यगण के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो उसके जिम्मेदार केरपानी समिति के अध्यक्ष शिवप्रसाद राठौर, समिति के सदस्यगण राजा ठाकुर, आशु किलेदार, पिन्टू राज परिहार, सुखदेव यादव, रामदत्त जायसवाल, अजय सूर्यवंशी जिम्मेदार रहेंगे। ग्रामीणों ने केरपानी समिति भंग कर ग्रामीणों के साथ नई समिति बनाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में ग्रामीण रंगा वर्ती, गीता सलामे, बबली उईके, कमलती परते, उप सरपंच सुलंती इवने, रामवती धुर्वे, लहिया धुर्वे, पार्वती नागले, ठगली कड़वे, मालती कवड़े, सरिता सरियाम, रिंकी तुमडाम, जयवंती तुमडाम, जयवंती इवने, फुलवंती कासदे, अनीता तुमडाम, भागरति उईके, सुग्गा इवने, मीनाक्षी बारस्कर, संतराम बारस्कर सहित हिंदू संगठन के कार्यकर्ता रवि लोट, तरुण साहू, चेतन यादव, सागर करकरे, रुपेश यादव, दीपेश श्रीवास, विशाल भौरासे शामिल है।

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