Betul News : बैतूल के राठी हॉस्पिटल पर लूट के आरोप, कलेक्टर-सीएमएचओ से शिकायत
Betul News: Allegations of loot at Rathi Hospital of Betul, complaint to Collector-CMHO
बैतूल। मरीजों को उपचार के लिए अनाप-शनाप राशि के बिल थमा कर अक्सर विवादों में रहने वाले निजी अस्पतालों की एक और करतूत सामने आयी है। ये अस्पताल गरीब मरीजों को भी लूटने से बाज नहीं आ रहे हैं। आयुष्मान योजना के निशुल्क उपचार के पात्र हितग्राही से अवैध वसूली का मामला बैतूल के राठी हॉस्पिटल में सामने आया है। इस मामले की शिकायत तहसील भैंसदेही के ग्राम धामनगांव निवासी अर्पित पालीवाल ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ से की है।शिकायतकर्ता ने राठी हॉस्पिटल के खिलाफ आयुष्मान कार्ड से भुगतान होने के बाद भी मरीज से उपचार की राशि वसूलने का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ता ने सीएमएचओ को सौंपे आवेदन में बताया कि उनके पिता राजू पालीवाल के सिर में खून के थक्के जम जाने पर विगत 13 मई 2022 को संजीवनी हास्पीटल ले जाया गया। ऑन डयूटी डाक्टर ने कहा कि सिटी स्केन तुरंत करवाये। आवेदक एवं उनके परिजन उन्हें तुरंत सीटी स्केन कराने राठी हास्पीटल के सामने सीटी स्केन स्थान पर ले गए। सीटीस्केन होने के बाद राठी हास्पीटल के कुछ दलालों ने आवेदक से कहा कि आपके पास मरीज का आयुष्मान कार्ड है, आवेदक ने आयुष्मान कार्ड दिया तो दलाल व्यक्ति कहने लगा सारा इलाज फ्री में हो जायेगा
ऐसा कहकर वह दलाल डॉ. नूतन राठी के पास गया। नूतन राठी ने आवेदक के परिजन को समझाया कि सारा इलाज मुफ्त में हो जायेगा, आप लोग मरीज को मेरे अस्पताल में भर्ती कर दो, आपसे एक पैसा भी नही लेगे। आवेदक का कहना है कि उन्होंने नूतन राठी के कहने पर उनके पिता को राठी अस्पताल में भर्ती कर दिया था। उसके बाद नूतन राठी एवं उनके कर्मचारी पल पल पैसो की मांग करने लगे।
मकान दुकान बेचकर चुकाई राशि
आवेदक ने बताया कि लगातार दबाव के चलते उन्होंने अपने पालतु जानवर, मकान, दुकान बेचकर अनावेदक को राशि 57 हजार रूपये नगद लाकर दी। 14 मई 2022 को भी अनावेदक के रिश्तेदारो ने भी नगद राशि 68 हजार रूपये एवं मेडिकल खर्च 1 लाख 96 हजार रूपयें एवं लेब खर्च 40 हजार रूपये कुल राशि 3 लाख 61 हजार रूपये राठी हास्पीटल में जमा की गई।
आवेदक ने आरोप लगाया कि जो इलाज राठी हास्पीटल में नही होता वह इलाज भाड़े के डाक्टर बुलाकर जबरदस्ती पिता के सिर का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन होने के उपरान्त आवेदक के पिता को पूरे शरीर में पैरालिसिस हो गया, पिता के सिर का ऑपरेशन किये जाने से पूरे शरीर में विकलांगता आ गई। आवेदक ने यह भी आरोप लगाया कि 14 मई 2022 को उनके पिता का ऑपरेशन किया गया और 13 जून 2022 को इलाज दूसरी जगह करवाने के नाम पर अनावेदक ने अपने हास्पीटल के बाहर निकाल दिया।
शिकायतकर्ता अर्पित पालीवाल का कहना है कि राखी अस्पताल में इलाज करने के बाद से ही उनके पिता बिस्तर पर ही दैनिक क्रिया कर रहे हैं। विशेष उपकरण नही होने के उपरान्त भी आवेदक के पिता का ब्रेन का ऑपरेशन किया जिसमें घोर लापरवाही की गई। अनावेदक ने भारत सरकार से आष्युमान कार्ड से प्राप्त होने वाली राशि करीब 4-5 लाख रूपये प्राप्त की है। अनावेदक ने आवेदक से भी इलाज का रूपया 3,61,000 रूपयें प्राप्त किया है। तथा भारत सरकार से भी 3-4 लाख रूपये प्राप्त किये।
अनावेदक मात्र एम.बी.बी.एस. डी.एन.बी. मेडिसीन ट्रेंड मात्र की डिग्री प्राप्त है। अनावेदक के पास शल्य चिकित्सा की कोई डिग्री नही है। उसके उपरान्त भी आवेदक के पिता को अपने प्रायवेट हास्पीटल में रखकर सरकार से आयुष्मान कार्ड से अधिक राशि प्राप्त करने के कारण जबरदस्ती मरीज राजू पालीवाल का लापरवाही से सिर का आपरेशन कर आपराधिक प्रयत्न किया है।
सीएम हेल्पलाइन पर झूठे कथन देने के आरोप
शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन से भी की थी। उक्त शिकायत के जवाब में अनावेदक द्वारा यह बताया कि दिनांक 12.06.2022 को 1,60,000 रूपये आवेदक अर्पित को वापस कर दिये जबकि आवेदक को उक्त राशि प्राप्त नहीं हुई है। अनावेदक द्वारा सी.एम. हेल्पलाइन में झूठे कथन कहे गये एवं सी.एम. हेल्पलाइन से आवेदक की शिकायत बिना किसी कार्यवाही के बंद कर दी गई। जब आयुष्मान कार्ड मरीज का था तो अनावेदक डॉ. द्वारा आवेदक से जमा राशि लेने का कोई प्रश्न ही नही था परन्तु अनावेदक द्वारा आवेदक से भी 3,32,000 रूपये एवं आयुष्मान कार्ड से करीब 5,00,000 रूपये अनावेदक डॉ. ने प्राप्त किये अनावेदक डॉ. बड़े व्यक्ति है राजनिति में भी पकड़ है तथा राजनेताओं से संबंध है।
ऐसी स्थिति आवेदक की शिकायतों का कोई निराकरण नही किया गया।आवेदक के पिता आज भी मरनासन्न की स्थिति में घर पर है आवेदक के पास इलाज के लिए कोई राशि नही है। आवेदक ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि अनावेदक के खिलाफ इलाज में घोर लापरवाही कर आयुष्मान कार्ड की राशि की धोखाधडी करने संबंधित कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये।