Betul : भगवान श्री राम और श्रवण कुमार के आदर्शों का अनुसरण करें विद्यार्थी: प्राचार्य मंजुला बौरासी
नारायण पब्लिक स्कूल सावलमेंढा में मनाया मातृ पितृ पूजन दिवस
बैतूल। पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रभाव से बच्चों को बचाने के लिए एवं अपने माता-पिता के प्रति आदर भाव प्रकट करने के उद्देश्य से ग्राम सावलमेंढा में स्थित नारायण पब्लिक स्कूल में मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के छात्र छात्राओं ने माता पिता पर आधारित सुंदर नाटक की प्रस्तुतियां दी।कार्यक्रम में शामिल हुए प्रत्येक माता-पिता सहित शिक्षक बच्चों के सम्मान से अभिभूत होकर भाव-विभोर हो गए।
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने पूजा की थाली सजाकर, तिलक पुष्पमाला पहनाकर अपने माता-पिता का मुह मीठा कर उनका पूजन किया। माता पिता द्वारा भी अपने बच्चों को गले लगाकर आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण शिवहरे एवं विशेष अथिति के रूप में हाई स्कूल प्राचार्य मंजुला बौरासी शामिल हुई उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता को देवतुल्य स्थान दिया गया है। 14 फरवरी को पाश्चात्य संस्कृति का बहिष्कार करते हुए प्रत्येक परिवार में मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चो में नैतिक संस्कारों की कमी आ गई है। उन्होंने स्कूल के विद्यार्थियों को संस्कारवान बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने माता पिता की सेवा एवं सम्मान करना चाहिए। बच्चे कभी भी अपने माता पिता का ऋण नही उतार सकते। श्रवणकुमार एवं भगवान राम के आदर्शों का अनुसरण करते हुए अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। कार्यक्रम में स्कूल संचालक धीरज शिवहरे, टीजी गांगिया, निशा माथनकर, श्री योगवेदांत सेवा समिति से केशव वाधवानी, तिलक टिहरे, धनश्री विधाते सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण, पालक एवं स्टॉफ उपस्थित रहा।