Betul DM Action: बैतूल जिले में नहीं पहुंच पा रहा हर घर जल: जल जीवन मिशन की धीमी प्रगति पर दो ठेकेदारों के अनुबंध निरस्त, 45 को नोटिस
Betul DM Action: बैतूल। जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल पहुँचाने की महत्वाकांक्षी योजना बैतूल जिले में तय समय-सीमा में पूरी होती नजर नहीं आ रही है। योजना की धीमी प्रगति को लेकर कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने कड़ा रुख अपनाया है। 13 मई को आयोजित समय-सीमा बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन ठेकेदारों द्वारा कार्य समय पर पूरा नहीं किया जा रहा है, उनके अनुबंध तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाएं।
कलेक्टर के निर्देशों के पालन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) द्वारा दो निर्माण एजेंसियों — मेसर्स सतपुड़ा कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर्स, चिचोली और मेसर्स मनोरमा कंस्ट्रक्शन कंपनी, अन्नपूर्णा कॉलोनी, हरदा — के अनुबंध निरस्त कर दिए गए हैं। ये एजेंसियां भीमपुर विकासखंड के ग्राम सोनाझर, दूनी, टिपरिंग और चिचोली विकासखंड के ग्राम चकचूना हजुरी, खोकराखेड़ा, पंछी, सिपलई, अटारी, बेला, खपरिया एवं नांदरा में जल आपूर्ति संबंधी कार्य कर रही थीं।
कार्य की धीमी गति बनी बड़ी बाधा
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि समय-सीमा का पालन न करने वाले अन्य ठेकेदारों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए। इसी क्रम में जिले में कार्यरत अन्य 45 ठेकेदारों को कार्य की धीमी प्रगति के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। उन्हें चेतावनी दी गई है कि यदि निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण नहीं किया गया, तो उनके अनुबंध भी निरस्त किए जाएंगे।
सार्वजनिक हित सर्वोपरि: प्रशासन
कलेक्टर सूर्यवंशी ने कहा कि “जल जीवन मिशन आम नागरिकों की मूलभूत आवश्यकता से जुड़ी योजना है। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आमजन को समय पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निगरानी व्यवस्था को और मजबूत किया जाए एवं कार्यों की सतत समीक्षा हो।
जल जीवन मिशन की स्थिति चिंताजनक
उल्लेखनीय है कि जल जीवन मिशन के तहत जिले के कई ग्रामों में नल कनेक्शन एवं जल आपूर्ति कार्य पिछले कई महीनों से अधूरे पड़े हैं। ग्रामीणों को अब भी जल के लिए पुराने संसाधनों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जिससे योजना की प्रभावशीलता पर सवाल उठ रहे हैं।