Water Harvesting: गंगावतरण अभियान: पाढर की शिव टेकड़ी पर जनभागीदारी से बनाई जल संरचनाएं
वर्षाजल संरक्षण हेतु जिले की 75 पहाड़ियों पर श्रमदान से बनेगी 75 हजार जल संरचनाएं

बैतूल। सतपुड़ा की उजाड़ हो रही पहाड़ियों को हरी-भरी करने व वर्षाजल को धरती के पेट में उतारने हेतु प्रारम्भ हुआ गंगावतरण अभियान के तहत रविवार को पाढर की शिव टेकड़ी पर आसपास के सैंकड़ों ग्रामीण श्रमदानियों ने प्रातः दो घण्टे श्रमदान कर खंतियां खोदी ।
आजादी के अमृत महोत्सव पर गंगावतरण अभियान के तहत 75 पहाड़ियों पर जनभागीदारी से जल संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है इसी परिपेक्ष में 5 मार्च को ग्राम पाढर के शिव मंदिर पहाड़ी पर प्रातः 8 बजे से 10 बजे तक खंतियों का निर्माण किया गया।
आजादी के अमृत महोत्सव में विद्या भारती जनजाति शिक्षा व भारत भारती शिक्षा समिति के द्वारा जिले की 75 पहाड़ियों पर ग्रीष्मकाल में जनभागीदारी से 75 हजार जल संरचनाओं का निर्माण किया जाना है । इस हेतु पहाड़ियों का चयन कर गाँवो में चौपाल सभाओं द्वारा जलशक्ति टोलियों का गठन किया गया है । 5 मार्च को प्रातः 8 बजे से ग्राम पाढर की शिव मंदिर पहाड़ी पर जल शक्ति टोली के सदस्यों के साथ के साथ खंतियाँ खोदने का श्रीगणेश हुआ।
सोनाघाटी सहित बैतूल की अनेक वृक्षविहीन पहाड़ियों को पुनः हरा-भरा करने के उद्देश्य से 2016-17 से प्रारम्भ हुआ गंगावतरण अभियान के द्वारा जिले की अनेक पहाड़ियों पर जनभागीदारी से खंतियाँ खोदकर तथा पौधारोपण कर पहाड़ियों पर हरियाली लाने में आशातीत सफलताएँ मिली है । जहाँ पर यह कार्य हुआ है वहाँ की धरती में जलस्तर में भी वृद्धि हुई है ।
श्रमदान में मुख्य रूप से गंगावतरण अभियान के संयोजक जल प्रहरी मोहन नागर, नागोराव सिरसाम जिला प्रमुख मिथलेश कवड़े अनिल उइके रोशन काकोड़िया ग्राम पंचायत पीसाझोड़ी से सरपंच स्नेह लता इवने कान्हावाड़ी से नरेंद्र उइके जन अभियान परिषद घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के ब्लॉक समन्वयक संतोष सिंह राजपूत, पवन परते जन अभियान परिषद की टीम आदर्श मालवीय, प्रकाश राठौर आशीष हनोते, राजेश भदौरिया, विकास विश्वास, राजेश पाटिल, जनजाति शिक्षा के कार्यकर्ता सहित सैकड़ो श्रमदानी उपस्थित रहे।
जल प्रहरी ने आह्वान किया:
जल प्रहरी मोहन नागर ने सभी से आह्वान किया है कि आइये ! पर्यावरण के प्रति संवेदनशील सभी लोग आजादी के अमृतकाल मे इस दिशा में आगे बढ़कर भविष्य के लिए शुद्ध जल की उपलब्धता को लेकर स्वयं के स्तर पर प्रयास प्रारम्भ करें।