The art of stress-free living: ध्यान साधना कार्यशाला में 400 विद्यार्थियों को सिखाई तनाव मुक्त जीवन की कला
खंडारा के शासकीय एकीकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ध्यान साधना कार्यशाला का आयोजन
बैतूल। खंडारा के शासकीय एकीकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ध्यान साधना कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें परीक्षा के दौरान तनाव को कम करने और स्मरण शक्ति बढ़ाने पर जोर दिया गया। इस कार्यशाला में पूर्व शिक्षिका भागीरती डोंगरे ने 400 विद्यार्थियों को ध्यान साधना का महत्व बताते हुए इसे करने की विधि सिखाई। उन्होंने समझाया कि ध्यान साधना से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि विद्यार्थियों की स्मरण शक्ति भी बढ़ती है।
कार्यशाला में स्वीप के जिला सहायक नोडल अधिकारी और एनएसएस के जिला संगठक डॉ. सुखदेव डोंगरे ने समाजवादी, लोकतंत्र और गणतंत्र का महत्व समझाया और सभी से मतदाता चुनाव में सक्रिय भागीदारी की अपील की। विद्यालय की प्राचार्य रजनी बड़ौदे ने संविधान के सम्मान, संरक्षण और संवर्धन को हर भारतीय नागरिक का कर्तव्य बताते हुए विद्यार्थियों को इसके पालन की प्रेरणा दी। इस कार्यशाला को सफल बनाने में शिक्षक विश्वनाथ घानेकर, राजेश मोहसे, राजकुमार पवार, उमेश बरडे, प्रेरणा भलावी, उषा खादीकर, कलावती सावरकर, बसंती सलामी, शारदा मोखेड़, राजेंद्र कुमार जोशी, डकारिया आरती सोनी, पवन हजारे, शशिकला ब्राह्मणे, नितेश कुमार, सतीश पुंडे और रजनी तिवारी का विशेष योगदान रहा। यह कार्यशाला विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक सफल प्रयास साबित हुई।