Strike: प्रदेश के 154725 डाकघर बंद, 3 लाख ग्रामीण डाक सेवक हड़ताल पर बैठे

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे डाक सेवक, सेवाएं हुई ठप्प

Indefinite Strike: बैतूल। ग्रामीण डाकघर के डाक सेवकों ने 12 दिसंबर से सीडीएस के हक के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल का आगाज कर दिया है। इस हड़ताल से देश भर के 154725 डाकघर बंद है, 3 लाख ग्रामीण डाक सेवक हड़ताल पर बैठे हुए हैं जिसमें बैतूल डाकघर के डाक सेवक भी शामिल है। मंगलवार को कोठी बाजार स्थित डाकघर के सामने डाक सेवकों ने धरना देकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का शंखनाद किया।

हड़ताल से पड़ेगा ये असर

इस हड़ताल का असर आने वाले दिनों में ग्रामीण डाक की पेंशन, सुकन्या योजना, आफर लेटर, पेन कार्ड, एटीएम कार्ड, चेकबुक, मनरेगा भुगतान समेत अन्य सरकारी कार्य में देखने को मिलेगा। इसके लिए पूरी तरह सरकार जिम्मेदार होगी।

हड़ताल के कारण डाक सेवा बाधित

अखिल भारतीय ग्रामीण डाक संघ के बैनर तले डाक सेवक अपनी पांच सूत्री मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गये हैं। डाक सेवकों का कहना है कि कई बार सरकार से अपनी मांगों को लेकर पत्र दिया गया। इसके बावजूद कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। पहले भी संबंधित पदाधिकारियों से वार्ता हुई, लेकिन सिर्फ अश्वासन देकर ही अपने कार्य को निकाला जाता है। इससे अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ को काफी निराशा हुई है। हमारी मांगों को कोई समाधान नहीं निकाला गया। मजबूर होकर दृढ़ संकल्प के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाना पड़ रहा है। हम अपने हक के लिए आज लड़ाई लड़ने को उतरे हैं। जब तक हमारी मांगों पर सरकार विचार नहीं करेगी, हम किसी भी कीमत पर अनिश्चितकालीन हड़ताल से वापस नहीं आयेंगे। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से ग्रामीण क्षेत्र में डाक सेवा पूरी तरह से बाधित हो जाएगी। इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा।

पांच सूत्री मांगों में 8 घंटे ड्यूटी, स्थायीकरण, चिकित्सा और पेंशन शामिल है। धरना प्रदर्शन में अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के सदस्य आकाश वर्मा, किशोर पाल, रागनी मेहरा, हेमंत भावसे एवं बैतूल उपसंभाग के सभी जीडीएस उपस्थित थे।

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