Startup Campaign : बैतूल की स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्थापित दो स्टार्टअप कंपनियों को मिला 3 करोड़ का निवेश

जिला पंचायत बैतूल के एसएचजी से स्टार्टअप अभियान के माध्यम से साथ आए समूह की महिलाऐं और युवा उद्यमी

Startup Campaign : जिला पंचायत बैतूल द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता विकास के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को महत्त्व देते हुए एक नवीन पहल – “एसएचजी से स्टार्टअप अभियान” का आरंभ किया है। इस अभियान के तहत बैतूल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्व सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित एवं संचालित करने के लिए युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ अक्षत जैन के निर्देशन में संचालित इस अभियान को उल्लेखनीय सफलता हासिल हुई हैं।

जिला पंचायत द्वारा यह अभियान माह जुलाई 2024 से प्रारंभ किया गया है। अब तक दो प्रस्तावों को अनुमोदित किया गया है जिससे 3.1 करोड़ रूपए का निवेश प्राप्त हुआ है। पहले प्रस्ताव से ग्राम जामठी में इकाई स्थापित कर बैतूल बैम्बू आजीविका प्राइवेट लिमिटेड (एसएचजी स्टार्टअप) एवं उपाधि सोशल वेंचर (युवा उद्यमी की कंपनी) द्वारा 1.6 करोड़ रूपए का निवेश लगाकर बांस आधारित डेंटल हाइजीन प्रोडक्ट का निर्माण किया जाएगा। दुसरे प्रस्ताव से ग्राम आरुल में इकाई स्थापित कर राजिता आर्ट एंड हेरिटेज प्राइवेट लिमिटेड (एसएचजी महिलाओं एवं युवा उद्यमी का संयुक्त स्टार्टअप) द्वारा 1.5 करोड़ रुपए का निवेश लगाकर पारंपरिक कला पर आधारित होम डेकॉर एवं फैशन प्रोडक्ट का निर्माण किया जाएगा। शनिवार को हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव नर्मदापुरम में दोनों प्रस्तावों से संबंधित कंपनियों ने शासन को अपना ‘इंटेंट टू इन्वेस्ट’ लेटर भी प्रस्तुत किया।  

अभियान अंतर्गत एसएचजी महिलाओं की खुद की कंपनी स्थापित की जा रही है जिसका स्टार्टअप पंजीकरण भी किया जा रहा है। व्यवसाय का पूर्व अनुभव रखने वाले युवा उद्यमी समूह की महिलाओं के स्टार्टअप के साथ बिज़नेस पार्टनर के रूप में कार्य करेंगे। युवा उद्यमी अपनी ओर से व्यवसाय के संचालन के प्रारंभ होने से एसएचजी महिलाओं के स्टार्टअप के फॉउन्डिंग सदस्य एवं कर्मचारी दोनों को मासिक आय प्रदान करेंगे। साथ ही अकुशल और अर्ध-कुशल कर्मचारी की पूर्ति हेतु अनिवार्य रूप से एसएचजी महिलाएं अथवा उनके परिवार के युवा सदस्यों को नियुक्त करेंगे। इसके अतिरिक्त आवश्यक मशीनरी एवं हाई-स्किल्ड वर्कर्स की व्यवस्था करेंगे।

जिला पंचायत द्वारा सहयोग में मुख्यतः व्यवसाय की आवश्यकतानुसार आजीविका व्यवसायिक केंद्र के रूप में कार्यस्थल निर्मित कर उपयोग हेतु किफायती दर पर किराया के आधार पर एसएचजी महिलाओं के स्टार्टअप को दिया जायेगा। इस व्यवस्था से उन्हें भूमि एवं भवन निर्माण/किराया संबंधी लागत में भारी राहत मिलेगी। इसके साथ ही समूह की महिलाओं को व्यवसाय की आवश्यकतानुसार कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण एवं सहयोग भी दिया जायेगा।

सी.ई.ओ जिला पंचायत  बैतूल, अक्षत जैन द्वारा बताया गया कि इस अभियान से एसएचजी महिलाओं को अच्छी आय के अतिरिक्त युवा उद्यमियों के सहयोग से मार्केटिंग एवं आधुनिक बिज़नेस के तौर-तरीके सीखने को मिलेंगे। साथ में युवा उद्यमियों को बिज़नेस करने हेतु सहयोग मिलेगा जिससे वह जॉब-क्रिएटर एवं सामाजिक उद्यमी बन सकेंगे। यह पहल शासन के लखपति दीदी अभियान एवं स्टार्टअप इंडिया अभियान के उद्देश्यों को पूरा करने में नवाचार के रूप में साबित होगी।

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