Serious allegations against the divisional president: शाहपुर में कानून पर राजनीति हावी? पीड़िता बोली, नहीं मिला न्याय
भाजपा मंडल अध्यक्ष के खिलाफ 3 फरवरी से धरने पर बैठेगी महिला
बैतूल। शाहपुर में बीजेपी मंडल अध्यक्ष और वार्ड पार्षद नीतू गुप्ता पर राजनीतिक रसूख के दम पर केस दबाने का आरोप लगा है। पीड़िता प्रियंका गुप्ता का कहना है कि उनके साथ हुई मारपीट के मामले में 28 अक्टूबर 2024 को गैर-जमानती धाराओं में केस दर्ज हुआ था, लेकिन आरोपी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। शिकायतों के बावजूद कोई गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज पीड़िता ने 3 फरवरी 2025 से पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह उनके न्याय और कानूनी अधिकारों का हनन होगा।
फरियादी प्रियंका गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक को सौंपे आवेदन में बताया कि मारपीट और धमकी देने के मामले में बीजेपी मंडल अध्यक्ष और वार्ड नंबर 3 की पार्षद नीतू गुप्ता सहित शक्ति गुप्ता, जानवी गुप्ता और अजेय गुप्ता के खिलाफ धारा 294, 323, 458, 506, 34 भादवि के तहत मामला भी दर्ज हुआ, लेकिन गैर-जमानती धाराएं होने के बावजूद पुलिस ने अब तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
पीड़िता प्रियंका गुप्ता का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने एसपी से शिकायत करते हुए मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। प्रियंका गुप्ता का आरोप है कि नीतू गुप्ता बीजेपी की मंडल अध्यक्ष हैं, इसलिए पुलिस जानबूझकर मामले को दबा रही है।
प्रियंका गुप्ता ने कहा कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस की निष्क्रियता से उनके हौसले बुलंद हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द न्याय नहीं मिला तो वह सोमवार, 3 फरवरी 2025 से पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगी। उनका कहना है कि वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं और अगर प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया तो उन्हें धरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। प्रियंका गुप्ता ने कहा कि अगर आरोपी गिरफ्तार नहीं किए गए तो यह उनके विधिक अधिकारों का हनन होगा और कानून-व्यवस्था के लिए भी एक बड़ा सवाल होगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए, ताकि भविष्य में कोई भी महिला इस तरह की परिस्थिति का सामना न करे।