Kargil vijay divas:पूर्व सैनिक संघ ने कारगिल चौक पर दी वीर शहीदों को श्रद्धांजलि
1971 के युद्ध के नायकों और वीर नारियों का हुआ सम्मान पूर्व सैनिक संघ ने बताया 1971 युद्ध का गौरवशाली इतिहास
बैतूल। पूर्व सैनिक संघ द्वारा 16 दिसंबर को विजय दिवस की 53वीं वर्षगांठ का आयोजन किया गया। कारगिल चौक पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल माधव गोविंद दातार (विशिष्ट सेवा मेडल, सेवानिवृत्त) थे। उनके साथ जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन सुमित सिंह, पूर्व विधायक और संघ संरक्षक शिवप्रसाद राठौर, जिलाध्यक्ष सूबेदार मेजर पंडरी डांगे, और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कारगिल चौक पर श्रद्धांजलि अर्पण के बाद देशभक्ति नारों के साथ एक रैली निकाली गई। रैली बस स्टैंड, लल्ली चौक और अखाड़ा चौक होते हुए तरंग वाटिका पहुंची। मार्ग में विभिन्न वर्गों, मातृशक्ति और बच्चों ने रैली का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। तरंग वाटिका में आयोजित मुख्य समारोह में 1971 के भारत-पाक युद्ध के वीर योद्धाओं और वीर नारियों का सम्मान किया गया। उत्कृष्ट विद्यार्थियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी मंच पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों के परिवार, जिले के जनप्रतिनिधि, और सामाजिक संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में नन्हे बच्चों और विद्यार्थियों ने देशभक्ति से भरे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उनकी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व सैनिक संघ के सचिव नायब सूबेदार सुदामा सूर्यवंशी ने 1971 के युद्ध की गाथा सुनाई। उन्होंने बताया कि यह दिन भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता का प्रतीक है। 16 दिसंबर 1971 को 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था। कार्यक्रम में आमला एयरफोर्स कमांडेंट, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन सुमित सिंह, प्रशासनिक अधिकारी, पत्रकार, और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। पूर्व सैनिक संघ की महिला विंग और रघुकुल डिफेंस अकैडमी ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।