Hundreds of villagers reached the Collectorate and submitted a memorandum:35 हजार की आबादी वाले दामजीपुरा क्षेत्र को चाहिए अस्पताल, कॉलेज और मंडी
54 गांवों की जनता ने सरकार से मांगी सुविधाएं, कहा- विकास से वंचित न रखा जाए

बैतूल। दामजीपुरा क्षेत्र की जनता ने बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर प्रशासन से मांग की है कि उनके क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, महाविद्यालय और कृषि उपज मंडी की जल्द से जल्द स्थापना की जाए। यह क्षेत्र भीमपुर तहसील के अंतर्गत आता है और यहां 54 ग्राम तथा 15 ग्राम पंचायतें हैं। इस क्षेत्र की आबादी लगभग 33 हजार से 35 हजार के बीच है, जो मुख्य रूप से गरीब और आदिवासी बाहुल्य है।
ग्रामीणों का कहना है कि दामजीपुरा जिला मुख्यालय से लगभग 100 से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिससे उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि से संबंधित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं, जिससे गंभीर मरीजों को इलाज के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। क्षेत्र में पोस्टमार्टम की सुविधा भी नहीं है, जिससे दुर्घटना या अन्य मामलों में काफी परेशानी होती है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दामजीपुरा में 50 बिस्तरों वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाए, जिससे क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। इसके अलावा, उच्च शिक्षा के लिए एक महाविद्यालय की भी आवश्यकता जताई गई है ताकि स्थानीय युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूर न जाना पड़े। किसानों के हित में कृषि उपज मंडी की स्थापना भी आवश्यक बताई गई है ताकि वे अपनी फसल को उचित मूल्य पर बेच सकें और आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
ज्ञापन देने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि यदि जल्द ही इन मांगों को स्वीकृति नहीं दी गई तो उन्हें आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। प्रशासन से अपील की गई कि दामजीपुरा क्षेत्र की आवश्यकताओं को देखते हुए जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा किया जाए। इस ज्ञापन के दौरान क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे और अपनी समस्याओं को लेकर एकजुटता दिखाई।




