Exhibition of various products: स्वदेशी मेले में लगेगी गाय के गोबर से निर्मित विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी
भारतीय अर्थव्यवस्था का मेरुदंड गौ माता, गोमय वसते लक्ष्मी
बैतूल। पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई समिति एवं सृजन भारती समिति के तत्वावधान में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने एवं गौ प्रेम को बढ़ावा देने के लिए गाय के गोबर से निर्मित विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी पुलिस ग्राउंड में 1 फरवरी से आयोजित स्वदेशी मेले में लगाई जाएगी। समिति द्वारा तैयार किए गए उत्पादों में वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ माने जाने वाले कई प्रकार के दैनिक उपयोगी सामान शामिल हैं। इनमें गृह सज्जा के लिए दीपक, धूप, गमले, मोबाइल स्टैंड, वृंदावन दीपक, श्री यंत्र, लक्ष्मी-गणेश प्रतिमाएं, लक्ष्मी चरण पादुका, ओम, स्वस्तिक, शुभ-लाभ चिन्ह आदि का निर्माण किया जा रहा है। इन सभी उत्पादों को स्वदेशी मेले में प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि लोग गौ आधारित उत्पादों का उपयोग कर गौ माता की सेवा में अपना योगदान दे सकें।
– गौ सेवा से आत्मनिर्भरता की ओर कदम
गायत्री परिवार के वरिष्ठ सदस्य एवं स्वानंद गौ अनुसंधान केंद्र के संरक्षक उत्तम गायकवाड़ ने बताया कि इन उत्पादों की बिक्री से गाय की महत्ता बढ़ेगी, इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से गौ माता की सेवा भी होगी। सड़क पर घूमने वाली गौ माताओं को लोग सम्मान के साथ घर में स्थान देंगे और सैकड़ों बहनों को घर बैठे रोजगार मिलेगा। गोबर और गोमूत्र के माध्यम से नए रोजगार की संभावनाओं को तलाशा जा सकता है। उन्होंने बताया शास्त्रों में कहा गया है कि गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास होता है। इसी धार्मिक और वैज्ञानिक मान्यता को चरितार्थ करते हुए पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई समिति एवं सृजन भारती समिति ने यह पहल की है।
– महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प
देवी अहिल्याबाई समिति की सचिव एवं समाजसेविका वंदना कुंभारे और उनकी सहयोगी टीम ने सैकड़ों बहनों की गोष्ठी कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रेरित किया। जरूरतमंद बहनों को प्रशिक्षण देने के बाद, उनके द्वारा निर्मित गौ उत्पादों की स्वदेशी मेले में प्रदर्शनी लगाई जा रही है। समिति ने सभी स्नेही जनों से निवेदन किया है कि वे इस स्वदेशी मेले में उपस्थित होकर गौ माता की सेवा में योगदान दें और महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की इस मुहिम को बल प्रदान करें।