bullock cart without rope and driver: बिना रस्सी और ड्राइवर की बैलगाड़ी ने किया सबको हैरान, सपन-भगन की जोड़ी बनी आकर्षण का केंद्र
सतपुड़ा की वादियों में हुआ तीन दिवसीय मेले का आयोजन, हजारों की भीड़ ने लिया मेले का आनंद
bullock cart without rope and driver: बैतूल। विकासखंड घोड़ाडोंगरी के ग्राम दूधवानी में आयोजित तीन दिवसीय जय सेवा दियादेव बाबा मेले का भव्य समापन हुआ। यह मेला सतपुड़ा की सुरम्य वादियों में आयोजित हुआ, जिसने हजारों लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। मेले में सांस्कृतिक और खेल प्रतियोगिताओं ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।
बैलगाड़ी दौड़ मेले का मुख्य आकर्षण रही। इस प्रतियोगिता में 200 से अधिक बैलगाड़ियां शामिल हुईं। राहुल बांसेमल सिवनी की बैल जोड़ी वजीर और बादल ने 5:39 मिनट में दौड़ पूरी कर पहला स्थान हासिल किया। प्रदीप मालवी बासपुर की बैल जोड़ी डायमंड और लक्ष्य ने 5:43 मिनट में दौड़ पूरी कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान प्रमोद भलावी हर्राढाना की बैल जोड़ी मोनिया और सुंदर ने 5:43 मिनट में हासिल किया। विजेताओं को क्रमशः 7000, 5000 और 4000 रुपये के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए।
बिना ड्राइवर की बैलगाड़ी ने किया सभी को चकित
मेले में रतनपुर निवासी की बैल जोड़ी सपन और भगन ने बिना रस्सी और ड्राइवर के दौड़ पूरी कर सभी को चकित कर दिया। दर्शकों ने इस जोड़ी के प्रदर्शन को देखकर तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र कवड़े, नगर परिषद घोड़ाडोंगरी के अध्यक्ष पति नंदकिशोर, ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र महतो पटेल जुवाड़ी, उपसरपंच घनश्याम यादव, सरपंच अनिल वरकड़े, शांति समिति सदस्य सुनील वरकड़े, सोनू खनूजा, नगर परिषद उपाध्यक्ष संजय साल्वे सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
मंच संचालन को मिली सराहना
पंचसंचालन का कार्य राजेंद्र कवड़े ने कुशलतापूर्वक निभाया, जिसकी सभी ने सराहना की। अतिथियों ने मेले को सफल बनाने के लिए समिति को बधाई दी और इस आयोजन को ग्रामीण संस्कृति को संरक्षित करने का एक प्रेरणादायक प्रयास बताया। अंत में मेले के आयोजकों ने सभी आगंतुकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। जय सेवा दियादेव बाबा के जयघोष के साथ मेले का समापन हुआ। चारों ओर सतपुड़ा की हरियाली में बसे ग्राम दूधावानी ने इस आयोजन को हमेशा के लिए यादगार बना दिया।