Bharat Mukti Morcha demonstrated: भारत मुक्ति मोर्चा ने किया प्रदर्शन, कहा- बाबा साहेब का अपमान नहीं करेंगे बर्दाश्त
चुनावों में कथित धांधली का आरोप, बैलेट पेपर की बहाली की मांग
बैतूल। भारत मुक्ति मोर्चा के आह्वान पर 31 दिसंबर को भारत बंद के तहत जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस बंद का आयोजन भारत मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। प्रदर्शनकारियों ने ओबीसी जाति आधारित जनगणना कराने और ओबीसी समाज की जनसंख्या के अनुपात में उनकी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने चुनावों में कथित धांधली का आरोप लगाते हुए बैलेट पेपर की बहाली की भी मांग की। उनका कहना था कि मौजूदा ईवीएम प्रणाली से जनता का चुनाव प्रक्रिया पर विश्वास कमजोर हो रहा है। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को लेकर कथित अपमानजनक बयान पर गहरी नाराजगी जाहिर की।
भारत मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि यह देश संविधान से चलता है, और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार से संविधान की रक्षा सुनिश्चित करने और डॉ. अंबेडकर के सम्मान को बनाए रखने की मांग की।
इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भारत मुक्ति मोर्चा और उससे जुड़े संगठनों के सदस्य शामिल हुए। उन्होंने एकजुट होकर अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। भारत बंद के दौरान बैतूल के जिला मुख्यालय पर सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र हुए, जिन्होंने अपने नारों और मांगों के माध्यम से सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश की। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन यह सरकार के लिए ओबीसी समाज के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के प्रति गंभीर संदेश देने वाला रहा।