Shikayat: कोटवार को पद से पृथक करने लामबंद हुए ग्रामीण
कौड़ी के ग्रामीणों ने जनसुनवाई में की शिकायत, जबरन वसूली के लगाए आरोप
बैतूल। जनपद पंचायत भैंसदेही क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम कौड़ी के ग्रामीण ग्राम कोटवार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। वार्ड पंच, सरपंच ग्राम सभा के सदस्यों एवं ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर जनसुनवाई केंद्र भैंसदेही में आवेदन देकर कोटवार को पद से पृथक करने की मांग की। ग्रामीणों ने कोटवार के खिलाफ शासन की योजनाओं के नाम पर जबरन वसूली सहित समय पर ग्राम सभा की मुनादी नहीं करने के आरोप लगाए हैं।
शिकायत आवेदन में उल्लेख किया गया कि ग्राम कोटवार नंदकिशोर ग्रामीणों को हमेशा परेशान करता है, पैसे की मांग भी करता है, शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर कोटवार ने कुछ लोगों से पैसे भी ले लिये है। एक आदिवासी की जमीन को अपने नाम दर्ज भी कर लिया था, खाली जमीन का पट्टा बना लिया गया। फौती नामांतरण में नाम नही आया और कोटवार ने जमीन अपने नाम से करवा ली। ग्रामसभा की मुनादी भी ग्राम कोटवार द्वारा समय पर नहीं की जाती है। सम्मान निधि का लाभ दिलाने के लिये भी ग्राम कोटवार नंदकिशोर पैसे की मांग करता है। पैसे देते है उसके बाद भी हमारा काम नहीं किया जाता है। नामांतरण के लिये ग्रामीणों को पैसे देना पड़ता है। कोटवार की कार्यप्रणाली से त्रस्त होकर वार्ड पंच, सरपंच, उपसरपंच एवं ग्रामीणों ने ग्राम सभा में ग्राम कोटवार नंदकिशोर को हटाने का प्रस्ताव पारित किया। जनसुनवाई बैतूल में भी आवेदन पत्र दिया गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को चेतावनी दी है कि कोटवार को पद से पृथक नहीं किया तो वह धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।ज्ञापन सौंपने वालों में ग्रामीण रामविलास सलामे, गंगाराम सलामे, राजू सलामे, भजनलाल सिरसाम, संतूलाल मर्सकोले, संतोष, सुकली, केजा अशोक, बाबूलाल, ललसू, राजेश, दिलीप, धनराज, विनोद, अलकेश, केसर सिंह, संजय, सुखदेव, दयाराम, शंभूलाल, देवलु, श्रीराम, नितेश, जगतराम, पिंटू, सरजू, कमलसिंह, मनतराम, माधवराव सहित अनेक ग्रामीण शामिल थे।