श्रीबाथरी साहू समाज का फरमान: शादी समारोह में दूल्हा दुल्हन के साथ महिलाओं के नृत्य पर भी लगाई पाबंदी
अनावश्यक खर्च को रोकने आतिशबाजी, पायरो सहित प्री वेडिंग शूट पर भी प्रतिबंध
परिवार के सदस्य की मृत्यु होने पर नए वस्त्र की जगह कपूर, हवन, नारियल लेकर जाने की अपील
ग्राम धामनगांव में आयोजित साहू समाज की बैठक में सामाजिक जनों ने लिया निर्णय
अन्य समाज के युवक-युवतियों के साथ शादी करने पर परिवारजनों का किया जाएगा बहिष्कार
बैतूल। श्रीबाथरी साहू समाज ने विवाह समारोह सहित अन्य आयोजनों के लिए गाइडलाइन निर्धारित कर दी है। ग्राम धामनगांव में आयोजित साहू समाज की बैठक में समाज के वरिष्ठ जनों ने शादी समारोह में दूल्हा दुल्हन के साथ महिलाओं के नृत्य पर भी पाबंदी लगा दी। नृत्य पर लगाए गए प्रतिबंध के साथ ही अत्यधिक खर्च को रोकने का निर्णय भी लिया। इस निर्णय के तहत, आतिशबाजी, पायरो सहित प्री-वेडिंग शूट को भी मना किया गया है। अन्य समाज के युवक-युवतियों के साथ शादी करने पर परिवारजनों का बहिष्कार करने का भी निर्णय लिया गया। साथ ही, परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु की घटना पर अंतिम संस्कार में नए वस्त्र की जगह कपूर, हवन, नारियल लेकर जाने की अपील की गई है। ग्रामीण समाज के सामाजिक जनों ने इस निर्णय का समर्थन किया है ताकि समाज में समृद्धि और सामाजिक समता का माहौल बना रहे।
समाज के वरिष्ठ जनों का कहना है कि यह निर्णय सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है जो समाज के विकास और प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे विवाह समारोहों में अत्यधिक व्यय को रोकने से परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, जिससे उनकी सामाजिक सुरक्षा और स्थिरता में सुधार होगा। इसके अलावा, यह प्रतिबंध पर्यावरण की रक्षा में भी मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि अत्यधिक आतिशबाजी और अनावश्यक खर्च पर्यावरण को अधिक ठोस प्रभावित करते हैं। इस प्रकार, यह निर्णय सामाजिक, आर्थिक, और पर्यावरणिक मामलों में समृद्धि और समाजिक न्याय की प्राप्ति की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।
— बैठक में लिए यह निर्णय —
लग्न पूजा लड़की के घर एवं टीका लड़के के घर हो, जिसमें कम लोग ही जाए, मेहमानों के पैर धुलाई का कार्यक्रम गद्दे पर बिठाकर नहीं गेट पर बाल्टी रख कर किया जाए, शादी समारोह में पटाखे ना फोडा जाए, अहीर प्रथा पूर्णतः बंद रहे। शादी समारोह में महिलाओं के नृत्य पर पाबंदी रहे, शादी के उपरांत दूल्हा दुल्हन के नृत्य पर पाबंदी, शादी समारोह में अनावश्य फोटो ना खींची जाए, शादी में मंडप के नीचे दूल्हे के स्वागत में कम से कम लोग रहे, सिंदूर एवं मंगलसूत्र की रस्म मंडप के अंदर भावर के समय संपन्न की जाए, प्री वेडिंग शूट बंद रहे, विवाह कार्यक्रम में दुल्हन की एंट्री बंद रहे,
विवाह मंडप में आतिशबाजी एवं पायरो बंद रहे, शादी में डीजे बेंड में से कोई भी एक चीज ही रहना चाहिए,
शव यात्रा में जाने पर मामा ससुराल पक्ष को छोड़कर अन्य लोग धोती, साड़ी के स्थान पर कपूर, हवन नारियल आदि लेकर जाए, दसवां, तेरवी एक ही दिन में संपन्न कराए, पगड़ी रस्म में कपड़े केवल मामा ससुराल पक्ष से ही ले, परिवार में मृत्यु होने पर शोकाकुल परिवार के आपसी रिश्तेदार ही पान बाटे, अन्य समाज की लड़का लड़कियों के साथ शादी करने पर उनका एवं उनके परिवार जनों का बहिष्कार किया जाए, गांव में प्रतिवर्ष मां कर्मा जयंती को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाए।
— बैठक में यह रहे शामिल–
बैठक में ग्राम धामनगांव के अध्यक्ष प्रकाश साहू, उपाध्यक्ष शुभम बसंतपुरे, सचिव अभिषेक साहू, मीडिया प्रभारी भरत साहू, सदस्य गणेश लहरपुरे, लवलेश आजाद, मुकेश बसंतपुरे, गोपाल आजाद, शुभम आजाद, राहुल लोखंडे, मयूर लहरपुरे, सुभाष साहू, हिमांशु भरतपुरे, पवन बसंतपुरे, गुलशन अनघोरे, हर्षित लहरपुरे, कन्हैया आजाद, मुरली लहरपुरे, शिवम उदयपुरे, हर्षित बसंतपुरे, सोनू लहरपुरे, अंकित लहरपुरे, महिला मंडल में अध्यक्ष सावित्री आजाद, उपाध्यक्ष शीतल लहरपुरे, सचिव शकुन आजाद सदस्य सुनीता लहरपुरे, गायत्री लहरपुरे, नीतू लहरपुरे, बबीता लहरपुरे, लक्ष्मी साहू, हेमलता साहू, पूजा बसन्तपुरे, शिवरत्री लहरपुरे, अंजू लहरपुरे, कमल आजाद, वर्षा आज़ाद, अनीता अनघोरे, तारा लहरपुरे, कमला बसन्तपुरे, प्रेमलता लहरपुरे, शरदलता लहरपुरे, इंदिरा आजाद आदि उपस्थित रहे।