अवैध सागौन कटाई, पटवारी को नजर आए मात्र दो ठूंठ, भूमिका संदिग्ध
बैतूल। बैतूल तहसील में इन दिनों रामराज चलता नजर आ रहा है। राजनीतिक एप्रोच से जमा बैठा अमला अवैध कार्य करने वालों को मौन संरक्षण दे रहा है। ऐसा ही एक मामला ग्राम लोहारिया में सामने आया है। एक खेत में अवैध रूप से सागौन के पेड़ों की कटाई कर फर्नीचर बनाने का काम धड़ल्ले से हो रहा था। इसकी शिकायत एसडीएम से की गई तो उनके द्वारा क्षेत्र के पटवारी राजू सोलंकी को जांच कर कारवाई करने के निर्देश दिए। पटवारी ने अवैध रूप से फर्नीचर बनाने वालों को पहले सूचना दे दी । इससे पटवारी के मौके पर पहुंचने से पहले ही सारी लकड़ियां मौके से हटा दी गईं।

मंगलवार शाम को पटवारी मौके पर जाते हैं और टार्च की रोशनी में सागौन तलाश करने की नौटंकी करते हैं। रात में उन्हें ना तो सागौन मिलता है ना ही ठूंठ। शिकायत करने वाले इस मिलीभगत की जानकारी बुधवार को आला अफसरों को देकर पटवारी की करतूत बताते हैं। अफसर दोबारा सूक्ष्मता से जांच के लिए पटवारी को निर्देश देते हैं। पटवारी फिर सागौन कटाई करने वालों को सतर्क कर देते हैं ताकि मौके से साक्ष्य हटा दिए जाएं। पटवारी की मिली भगत से कटाई करने और कटर की मदद से फर्नीचर बनाने के अवैध कार्य की शिकायत अब ग्रामीण मुख्यमंत्री से करने का मन बना रहे हैं।
मात्र दो ठूंठ मिले, पंचनामा बनाया:

लोहरिया गांव के पटवारी राजू सोलंकी ने बताया कि बाबूलाल पवार के खेत में जांच की गई। मात्र दो ठूंठ मिले हैं। खेत में लकड़ी की कटाई से निकलने वाला बुरादा भी पड़ा मिला है। पंचनामा बनाकर नायब तहसीलदार को दे दिया है। उनसे जब लकड़ी बहुत अधिक होने और पहले दिन ही कारवाई ना करने का सवाल किया तो वो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
काल डिटेल निकालने की होगी मांग:
ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी द्वारा अवैध कटाई करने वालों को संरक्षण दिया जा रहा है। कारवाई करने से पहले ही उन्हें सतर्क कर मौके से साक्ष्य हटवा दिए होंगे। ग्रामीणों द्वारा पटवारी की काल डिटेल निकालने के लिए कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से मांग की जाएगी ताकि पूरी संलिप्तता की हकीकत सामने आ जाए।